मनसे नेता संदीप देशपांडे ने संजय राउत की 'अश्लील भाषा' पर जताई आपत्ति, कहा- मैं उन्हें थप्पड़ मार देता
मनसे नेता संदीप देशपांडे ने संजय राउत की अश्लील भाषा पर आपत्ति जताते हुए कहा कि आरोप लगाना रोजमर्रा की बात है लेकिन उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिस तरह की अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया वह बर्दाश्त नहीं की जा सकती। अगर मैं वहां मौजूद होता तो मैं उन्हें मारता।

नवी मुंबई, एएनआई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता और प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कथित तौर पर अश्लील और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए सांसद संजय राउत पर निशाना साधा।
''महाराष्ट्र को ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं करनी चाहिए''
देशपांडे ने कहा, "प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान संजय राउत ने अश्लील और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। महाराष्ट्र को ऐसी भाषा बर्दाश्त नहीं करनी चाहिए। मुझे लगा कि सभा में से कोई उठकर उनसे ऐसी भाषा का इस्तेमाल न करने के लिए कहेगा। हालांकि, यह दुख की बात है कि किसी ने उन्हें नहीं रोका। अगर मैं होता तो उन्हें थप्पड़ मार देता। इस तरह की भाषा बर्दाश्त नहीं की जा सकती।''
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''जेल में रहने के बाद उनका दिमाग खराब हो गया है''
देशपांडे ने कहा, "आप जितना चाहें राजनीतिक हो सकते हैं और आरोप लगा सकते हैं, लेकिन इस तरह की अश्लील भाषा का इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।" संजय राउत का मानसिक संतुलन बिगड़ने का दावा करते हुए मनसे नेता ने कहा, 'जेल में रहने के बाद उनका दिमाग खराब हो गया है। हम इसमें कुछ नहीं कर सकते।'
'विक्टिम कार्ड' खेल रहे उद्धव ठाकरे
देशपांडे ने आगे कहा कि धनुष और तीर की लड़ाई हारने के बाद उद्धव ठाकरे 'विक्टिम कार्ड' खेल रहे हैं। उन्होंने कहा, ''उद्धव ठाकरे विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं, बार-बार बालासाहेब के नाम का सहारा ले रहे हैं। अब उनके पास कुछ नहीं बचा है, इसलिए वो विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि वो सफल होंगे। उन्हें समझना चाहिए कि मराठी लोग इमोशनल और मूर्ख नहीं हैं।"
2000 करोड़ रुपये का हुआ सौदा
शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने रविवार को आरोप लगाया कि शिवसेना पार्टी के नाम और उसके 'धनुष और तीर' चिह्न को प्राप्त करने के लिए अब तक 2000 करोड़ रुपये के सौदे और लेन-देन किए गए हैं। चुनाव आयोग द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम 'शिवसेना' और चुनाव चिह्न 'धनुष और तीर' आवंटित करने के दो दिन बाद राउत की यह टिप्पणी आई है।
भाजपा ने सांसदों, विधायकों को खरीद लिया है
राउत ने आगे दावा किया कि भाजपा के साथ मिलकर सत्तारूढ़ महाराष्ट्र सरकार ने पार्टी के सांसदों, विधायकों और पार्षदों को खरीद लिया है। उन्होंने कहा, "पार्टी, नेता और बेईमान गुट ने विधायकों के लिए 50 करोड़, सांसदों के लिए 100 करोड़ और हमारे पार्षदों को खरीदने के लिए 50 लाख से 1 करोड़ रुपये की बोली लगाई। हमारे नाम और सिंबल को लेने के लिए कितनी बोली लगेगी, आप तय करें। मेरी जानकारी में 2,000 करोड़ रुपये है।"
नाम और चुनाव चिह्न का हुआ सौदा
राउत ने कहा कि जिस तरह से उनके चुनाव चिह्न और शिवसेना का नाम लिया गया है, वह न्यायसंगत नहीं है। यह एक व्यापारिक सौदा है, जिसके लिए छह महीने के भीतर 2000 करोड़ रुपये का लेन-देन किया जाता है।
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