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    मुंबई की सोसायटी में भिड़े गुजराती और मराठी परिवार, नॉन-वेज को लेकर क्यों मचा बवाल? MNS भी विवाद में कूदी

    Updated: Fri, 18 Apr 2025 06:17 PM (IST)

    मुंबई की एक हाउसिंग सोसायटी में खाने-पीने को लेकर दो पक्षों में मतभेद देखने को मिला। एक गुजराती परिवार ने कथित तौर पर मराठी परिवार के मांसहार भोजन लेक ...और पढ़ें

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    मुंबई की एक हाउसिंग सोसायटी में नॉनवेज खाने को लेकर विवाद। (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई की कई हाउसिंग सोसायटी में खान-पान को लेकर विवाद देखने को मिलते रहे हैं। एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया है। मुंबई के घाटकोपर इलाके में एक सोसायटी में शाकाहार और मांसाहार खाने को लेकर विवाद हुआ। विवाद इतना ज्यादा आगे बढ़ा कि पुलिस बुलानी पड़ी।

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    दरअसल, घाटकोपर की एक सोसायटी में गुजराती और मराठी समुदाय के बीच खाने को लेकर तनाव फैल गया। कथित तौर पर गुजराती परिवार ने कुछ मराठी-भाषी परिवारों को उनके मांसाहारी भोजन के कारण ‘डर्टी’ यानी 'गंदा' कहा।

    खाने-पीने की आजादी पर हुआ बवाल

    जानकारी दें कि जब मराठी परिवारों के खाने-पीने की आजादी पर सवाल खड़ा किया गया तो दोनों पक्षों के बीच विवाद खड़ा हो गया। इस विवाद में MNS भी कूद गई। कथित तौर पर एमएनएस कार्यकर्ता गुजराती निवासियों से तीखे अंदाज में बात करते नजर आए।

    MNS कार्यकर्ताओं ने जताई नाराजगी

    बताया जा रहा है कि इस विवाद का एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में MNS नेता राज पाट्रे वीडियो में बेहद नाराज दिखे। उन्होंने इस हाउसिंग सोसायटी में मराठी परिवारों का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि इन परिवारों को इनके ही घरों में मांस मछली नहीं पकाने दिया जा रहा है। ये बाहर से मंगवाने पर मजबूर हैं।

    इस बीच हाउसिंग सोसायटी के एक निवासी ने यह दावा किया कि किसी के खाने पीने पर कोई पाबंदी नहीं है। लेकिन फिर भी एमएनएस नेता राज पाट्रे ने जोर देते हुए कहा कि मुंबई जैसे शहर जहां हर संस्कृति का सम्मान होता है, वहां किसी को दूसरों के खान-पान पर रोक लगाने का अधिकार नहीं है।

    विवाद बढ़ने पर पहुंची पुलिस

    बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों में विवाद बढ़ता देख इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया और शांति स्थापित करने की अपील की। एनडीटीवी के अनुसार, पुलिस ने कहा कि ये मामला आंतरिक है और दोनों पक्षों में पहले से ही राजनीतिक मतभेद चल रहे हैं।

    मामले को लेकर एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रेंज ने हाल के दिनों में सोसायटी की कमेटी का चुनाव लड़ा था। हालांकि, वह हार गए थे। उसके बाद से सोसायटी में दो पक्ष बन गए हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हम दोनों पक्षों से बात करेंगे और इस मामले को आपसी बातचीत से हल कराने की कोशिश करेंगे।

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