NIA Charge Sheet: दाऊद के निशाने पर नेता व कारोबारी, हवाला के जरिए भेजे 25 लाख; एनआइए की चार्जशीट हुआ खुलासा
NIA Charge Sheet राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मुंबई की एक विशेष अदालत में दायर अपने आरोप पत्र में बड़ा खुलासा किया है। आरोप पत्र के मुताबिक अंडरवर्ल्ड डान दाऊद इब्राहिम के नेतृत्व वाली डी कंपनी के निशाने पर राजनेता और व्यापारी हैं।

नई दिल्ली, एजेंसी। NIA Charge Sheet: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मुंबई की एक विशेष अदालत (Mumbai Court) में दायर अपने आरोप पत्र में बड़ा खुलासा किया है। आरोप पत्र के मुताबिक, अंडरवर्ल्ड डान दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) के नेतृत्व वाली डी कंपनी के निशाने पर राजनेता और व्यापारी हैं। डी कंपनी ने इन्हें निशाना बनाने के लिए विशेष इकाई का गठन किया है।
डी कंपनी ने मुहैया कराए घातक हथियार
आइएएनएस के मुताबिक, डी कंपनी ने प्रमुख हस्तियों के खिलाफ इस्तेमाल किए जाने वाले घातक हथियार उपलब्ध कराए हैं। डी कंपनी ने राजनेताओं व व्यापारियों सहित प्रतिष्ठित हस्तियों पर हमला करके लोगों में आतंक फैलाने के लिए यूनिट की स्थापना की। जांच एजेंसी ने उल्लेख किया कि एक संगठित अपराध सिंडिकेट के सदस्य आतंकी गिरोह के रूप में काम कर रहे हैं।
इनके खिलाफ दाखिल हुई चार्जशीट
सूत्रों के अनुसार, शनिवार को दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील और तीन अन्य के खिलाफ भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के संबंध में आरोप पत्र दायर किया गया था। तीन गिरफ्तार और दो वांछित आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था। आरोप पत्र आरिफ अबूबकर शेख उर्फ आरिफ भाईजान, शब्बीर अबूबकर शेख उर्फ शब्बीर, मोहम्मद सा के खिलाफ दायर किया गया था। आरोप पत्र में लिम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट और दाऊद इब्राहिम कास्कर उर्फ शेख दाऊद हसन व शकील शेख उर्फ छोटा शकील के भी नाम शामिल हैं।
हवाला के जरिए 25 लाख रुपये भेजे
कुल 25 लाख रुपये नकद में आरिफ और शब्बीर को हवाला चैनल के जरिए पाकिस्तान से दुबई होते हुए मुंबई भेजे गए। जांच से पता चला कि आरोपित व्यक्ति जो डी कंपनी, एक आतंकी गिरोह और एक संगठित अपराध सिंडिकेट के सदस्य हैं, ने विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को अंजाम देकर गिरोह की आपराधिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने की साजिश रची थी। गैरकानूनी गतिविधियों। उक्त साजिश को आगे बढ़ाने में उन्होंने डी कंपनी के लिए और तत्काल में एक व्यक्तिगत आतंकी के लाभ के लिए, धमकी देकर और लोगों को मौत या गंभीर चोट के डर से भारी मात्रा में धन जुटाया, एकत्र किया और जबरन वसूली की।
डी कंपनी के निशाने पर है मुंबई
भारत की सुरक्षा को खतरे में डालने और आम जनता के मन में आतंक पैदा करने के इरादे से एनआइए ने आरोप पत्र में उल्लेख किया। एनआइए को पता चला कि गिरफ्तार आरोपितों को हवाला के जरिए भारी मात्रा में धन प्राप्त हुआ। विदेश में स्थित फरार आरोपित से लोगों के मन में आतंक पैदा करने के लिए मुंबई और भारत के अन्य शहरों में आतंकी घटनाओं की साजिश है। मुंबई डी कंपनी के निशाने पर है। मामले की जांच जारी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।