'किसान झेल रहे सूखे की मार और कृषि मंत्री घूम रहे विदेश', कांग्रेस ने महाराष्ट्र सरकार पर साधा निशाना
Congress targeted Maharashtra govt विजय वडेट्टीवार ने कृषि मंत्री धनंजय मुंडे पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राज्य में किसान सूखे की मार झेल रहे हैं और दूसरी ओर हमारे कृषि मंत्री विदेश यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इन किसानों के लिए कुछ नहीं कर रही है। वडेट्टीवार ने दावा किया कि पिछले तीन महीनों में मराठवाड़ा में सूखे के चलते 267 किसानों ने आत्महत्या की है।

छत्रपति संभाजीनगर, पीटीआई। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने महाराष्ट्र के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राज्य में किसान सूखे की मार झेल रहे हैं और दूसरी ओर हमारे कृषि मंत्री विदेश यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इन किसानों के लिए कुछ नहीं कर रही है।
सूखे के चलते 267 किसानों ने की आत्महत्या
सूखे की स्थिति की समीक्षा करने के लिए जालना जाने से पहले राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वडेट्टीवार ने दावा किया कि पिछले तीन महीनों में मराठवाड़ा में सूखे के चलते 267 किसानों ने आत्महत्या की है और किसानों के कर्ज माफ करने की मांग की।
सरकार कुछ नहीं कर रहीः वडेट्टीवार
कांग्रेस नेता ने कहा कि कृषि मंत्री को इस महीने बीज, फसल, उर्वरक की उपलब्धता की समीक्षा करनी चाहिए। लेकिन वे किसानों को सूखे की मार झेलते हुए छोड़कर विदेश चले गए हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसी स्थिति में वे कैसे जा सकते हैं?
उन्होंने दावा किया, सूखे की इतनी गंभीर स्थिति है और सरकार यह कहकर लोगों, किसानों को बेवकूफ बना रही है कि (लोकसभा चुनावों के मद्देनजर) आचार संहिता लागू है। दूसरी ओर, उन्होंने चुनाव आयोग से अनुमति लेकर 25,000 करोड़ रुपये के टेंडर जारी कर दिए।
मराठवाड़ा में लोग सूखे से तबाह
वडेट्टीवार ने आगे कहा कि राज्य में किसानों को बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण भी नुकसान उठाना पड़ा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार फसल नुकसान का सर्वेक्षण करने का आदेश देती है, लेकिन किसानों को कोई सहायता नहीं देती। मराठवाड़ा में लोग सूखे से तबाह हैं। पिछले तीन महीनों में इस क्षेत्र में 267 किसानों ने आत्महत्या की है। लोगों को यहां पीने का पानी नहीं मिल रहा है।
कांग्रेस नेता ने की ये मांग
वडेट्टीवार ने मांग की कि किसानों के कर्ज और बिजली बिल माफ किए जाएं और उन्हें मुफ्त में बीज उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि मवेशियों को पानी और चारा उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
वडेट्टीवार ने दावा किया कि सोने और हीरे पर 2 और 3 प्रतिशत का वस्तु एवं सेवा कर लगाया जाता है, लेकिन ट्रैक्टर, खेती के औजारों और बीजों पर 18 प्रतिशत जीएसटी है। यह एक पाप है जो मोदी सरकार कर रही है।
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