'फडणवीस के इशारे पर मुझपर लगा रिश्वत लेने का आरोप', देशमुख के बयानों को डिप्टी सीएम ने बताया झूठा
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और राकांपा (सपा) के वरिष्ठ नेता अनिल देशमुख ने दावा किया कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे का इस्तेमाल कर उनके खिलाफ आरोप लगाकर राजनीतिक प्रतिशोध ले रहे हैं। देशमुख ने आगे कहा कि तीन साल पहले परमबीर सिंह गिरफ्तार होने वाले थे। लेकिन उन्होंने देवेंद्र फडणवीस के सामने समर्पण कर दिया।

राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उपमुख्यमंत्री एवं वर्तमान गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर नए आरोप लगाते हुए कहा है कि पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने फडणवीस के ही इशारे पर मुझपर रिश्वत लेने के आरोप लगाए। जबकि फडणवीस ने देशमुख के बयानों को झूठ करार दिया है।
पूर्व महाविकास आघाड़ी सरकार के कार्यकाल में मुंबई के पुलिस आयुक्त रहे परमबीर सिंह ने तत्कालीन गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाया था कि उन्होंने मुंबई के बार एवं रेस्टोरेंट्स से हर महीने 100 करोड़ रुपए वसूलने का आदेश पुलिस विभाग के कुछ अधिकारियों को दिया था। परमबीर के इस आरोप के बाद अनिल देशमुख को अपने पद से त्यागपत्र देना पड़ा था, और प्रवर्तन निदेशालय की जांच में कई महीने तक जेल में भी रहना पड़ा था। अब देशमुख कह रहे हैं कि परमबीर ने उनपर ये आरोप तब नेता प्रतिपक्ष रहे देवेंद्र फडणवीस के कहने पर लगाए थे।
हत्या के मास्टर माइंड थे परमबीर सिंह
आज नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए अनिल देशमुख ने यह भी कहा कि गृहमंत्री रहने के दौरान ही एक जांच में उन्हें पता चला था कि रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी की इमारत अंटीलिया के बाहर स्कार्पियो कार में विस्फोटक रखने एवं इस कार के वास्तविक मालिक की हत्या के मास्टर माइंड भी परमबीर सिंह थे। सिंह ने अपने कुछ साथियों के साथ ये दोनों घटनाएं अंजाम दी थीं। देशमुख ने आगे कहा कि तीन साल पहले परमबीर सिंह गिरफ्तार होने वाले थे। लेकिन उन्होंने देवेंद्र फडणवीस के सामने समर्पण कर दिया। तब देवेंद्र ने उन्हें इस शर्त पर जेल जाने से बचाने का आश्वासन दिया कि वह मुझपर आरोप लगाकर मविआ सरकार गिराने में मदद करेंगे।
सचिन वाझे का नार्को टेस्ट करवाने की मांग की
देशमुख के इन आरोपों पर भाजपा का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष पर यह आरोप लगाना ही हास्यास्पद है कि वह एक पुलिस अधिकारी द्वारा गृहमंत्री पर आरोप लगवा सकता है। इसी बीच शिवसेना (शिंदे) के प्रवक्ता संजय सिरसाट ने जेल में बंद एक अन्य पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाझे का नार्को टेस्ट करवाने की मांग की है। वाझे ने भी दो दिन पहले अनिल देशमुख पर आरोप लगाया था कि वह अपने निजी सहायकों के जरिए रिश्वत का पैसा लिया करते थे। बता दें कि परमबीर सिंह के आरोप के अनुसार देशमुख जिस पुलिस अधिकारी से प्रतिमाह 100 करोड़ रुपए की वसूली करवाना चाहते थे, वह सचिन वाझे ही था। सचिन वाझे इस समय अंटीलिया कांड एवं उसके बार खड़ी की गई स्कार्पियो कार के मालिक की हत्या के आरोप में तलोजा जेल में बंद है।
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