Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    अंधेरी वेस्ट के चित्रकूट ग्राउंड्स पर ₹8,000 करोड़ के मिक्स्ड-यूज डेवलपमेंट की योजना

    Updated: Wed, 15 Oct 2025 08:32 PM (IST)

    मुंबई के अंधेरी वेस्ट में अश्विन सेठ ग्रुप ने चित्रकूट ग्राउंड्स के 12 एकड़ भूखंड का नियंत्रण लिया है। यहाँ ₹8,000 करोड़ के मिक्स्ड-यूज टाउनशिप की योजना है, जिसमें रिटेल, ऑफिस और रेसिडेंशियल स्पेस शामिल होंगे। 

    Hero Image

    मुंबई। अंधेरी वेस्ट के हाल के वर्षों में वाणिज्यिक और आवासीय रियल एस्टेट के नए केंद्र के रूप में उभरने का लाभ उठाते हुए, अश्विन सेठ ग्रुप ने लिंक रोड पर स्थित 12 एकड़ के चित्रकूट ग्राउंड्स भूखंड को अपने नियंत्रण में लिया है। हालांकि डेवलपर की ओर से इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है, लेकिन कई बाज़ार सूत्रों का कहना है कि इस जगह को एक मिक्स्ड-यूज टाउनशिप में विकसित किया जा सकता है, जिसमें रिटेल, ऑफिस और रेसिडेंशियल स्पेस शामिल होंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एक सूत्र के अनुसार, “डील पूरी हो चुकी है और पंजीकरण तथा लेनदेन की औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। इस परियोजना का ग्रॉस डेवलपमेंट वैल्यू लगभग ₹8,000 करोड़ बताया जा रहा है। यही जानकारी फिलहाल बाज़ार में चल रही है, और इसी क्षेत्र की कुछ अन्य ज़मीनों पर भी डेवलपर्स नज़र रख रहे हैं।”

    मुंबई के प्रॉपर्टी मार्केट पर नज़र रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी उपनगर, विशेष रूप से अंधेरी, डेवलपर्स के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं, जो प्रमुख भूखंडों को समेकित कर बड़े प्रोजेक्ट्स लाने की दिशा में काम कर रहे हैं। कुछ अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि आसपास के अन्य भूखंडों पर भी नज़र रखी जा रही है, जिससे आने वाले कुछ महीनों में मिक्स्ड-यूज़ प्रोजेक्ट्स में तेजी देखने को मिल सकती है।

    एक उद्योग विश्लेषक ने कहा, “अगर यह रिपोर्ट सही है, तो यह हाल के वर्षों में अंधेरी की सबसे बड़ी मिक्स्ड-यूज़ लैंड डील्स में से एक होगी। यह सौदा इस बात को दर्शाता है कि शहर के बेहतर जुड़े इलाकों में हाई-वैल्यू इंटीग्रेटेड प्रोजेक्ट्स के प्रति रुचि लगातार बनी हुई है।”

    हालांकि यह डील आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इसके इर्द-गिर्द चल रही चर्चाएं इस बात की ओर संकेत करती हैं कि डेवलपर्स अब रणनीतिक रूप से स्थित भूखंडों पर बड़े पैमाने पर एकीकृत विकास परियोजनाएं लाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, क्योंकि स्व-सम्पूर्ण शहरी परियोजनाओं की मांग लगातार बढ़ रही है।