भाषा के नाम पर गुंडागर्दी पर उतरी उद्धव की पार्टी, आदित्य ठाकरे बोले- मराठी का न हो अपमान
मराठी न बोल पाने पर मारपीट की घटना में अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के बाद शिवसेना (यूबीटी) भी सामने आ गई है। इस मामले पर उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। आदित्य ने कहा कि उन्होंने थप्पड़ मामले में पार्टी नेता विचारे से बात की है। जिन्होंने उन्हें बताया कि यह घटना मराठी बोलने या न बोलने के बारे में नहीं थी।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठी न बोल पाने पर मारपीट की घटना में अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के बाद शिवसेना (यूबीटी) भी सामने आ गई है। एक प्रसारित वीडियो में दिखाई दे रहा है कि उद्धव गुट के पूर्व सांसद राजन विचारे के सामने उनका एक कार्यकर्ता दो लोगों को थप्पड़ मार रहा है। इससे पहले मीरा-भायंदर में मनसे के कार्यकर्ता भी एक व्यापारी की पिटाई कर चुके हैं।
आदित्य ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी
वहीं, इस मामले पर उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। आदित्य ने कहा कि उन्होंने थप्पड़ मामले में पार्टी नेता विचारे से बात की है। जिन्होंने उन्हें बताया कि यह घटना मराठी बोलने या न बोलने के बारे में नहीं थी।
मोबाइल फोन को रिचार्ज को लेकर हुआ विवाद- आदित्य
उन्होंने मुझे बताया कि उनका एक शख्स उनके प्रीपेड मोबाइल फोन को रिचार्ज करने के लिए दुकान पर गया था, लेकिन उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं दी गई। इसके कारण झगड़ा हुआ। इसकी शिकायत पुलिस में की गई है। आगे आदित्य ठाकरे ने कहा कि मराठी भाषा का अपमान नहीं किया जाना चाहिए लेकिन लोगों पर कोई भी भाषा नहीं थोपी जानी चाहिए।
घटना एक जुलाई को घटी
यह घटना एक जुलाई की है, जब ठाणे के पूर्व सांसद राजन विचारे के कार्यालय में एक मोबाइल रीचार्ज कंपनी के दो कर्मचारियों को बुलाया गया। वहां पूर्व सांसद के सामने ही उनके एक कार्यकर्ता से दोनों कर्मचारी हाथ जोड़कर और कान पकड़कर माफी मांगते दिख रहे हैं। इसके बावजूद कार्यकर्ता दोनों को थप्पड़ मारता दिखाई देता है। जबकि राजन विचारे के साथ बैठा एक और व्यक्ति यह कहता सुनाई दे रहा है कि मराठी में बोल।
पुलिस थाने में एफआइआर भी दर्ज कराई
बताया जा रहा है कि उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का क्षेत्र माने जाने वाले ठाणे के पूर्व सांसद राजन विचारे का एक कार्यकर्ता किरण सावंत अपना मोबाइल रीचार्ज करवाने गया था। किसी तकनीकी कारण से मोबाइल रीचार्ज नहीं हो सका। इसी विवाद में दुकान के स्टाफ और किरण सावंत में मारपीट की नौबत आ गई थी। बाद में किरण सावंत ने स्थानीय पुलिस थाने में एफआइआर भी दर्ज कराई।
कुछ दिनों से महाराष्ट्र में हिंदी-मराठी का मुद्दा फिर गरमाया
पिछले तीन दिनों से महाराष्ट्र में हिंदी-मराठी का मुद्दा फिर गरमाया हुआ है। प्राथमिक कक्षाओं में हिंदी पढ़ाने का विरोध किए जाने पर सरकार ने अपना यह निर्णय वापस ले लिया है। अब यह निर्णय वापस लिए जाने के बाद शिवसेना (यूबीटी) और मनसे पांच जुलाई को विजय दिवस मनाने की घोषणा कर चुके हैं। इस बीच मराठी न बोल पाने वालों के विरुद्ध शिवसेना (यूबीटी) और मनसे कार्यकर्ताओं की ओर से हिंसा की घटनाएं बढ़ गई हैं।
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