Maharashtra: 30 साल पहले परिवार से बिछड़ी थी महिला, ठाणे अस्पताल के कर्मियों की मदद से एक बार फिर पहुंची अपने घर
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले से दिल को छू लेने वाला एक मामला सामने आया है। बता दें कि अहमदनगर में 30 साल पहले एक महिला अपने घर से लापता हुई थी। वहीं ठाणे मानसिक अस्पताल के कर्मचारियों के प्रयासों से ठाणे अस्पताल की मदद से एक बार फिर से महिला अपने घरवालों को मिल गई है। इस मामले की जानकारी एक अधिकारी ने बुधवार को दी।
पीटीआई, ठाणे। महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में 30 साल पहले अपने घर से लापता हुई 80 वर्षीय महिला को ठाणे मानसिक अस्पताल के कर्मचारियों के प्रयासों से उसके परिवार से मिला दिया गया है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
तीन दशक पहले, महिला के 13 वर्षीय बेटे की इमली के पेड़ पर चढ़ने के बाद बिजली के झटके से दुखद मौत हो गई थी।
थाणे मेंटल हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. नेताजी मुलिक ने बताया कि महिला इस दुख से उबर नहीं पाई और व्यथित अवस्था में घर से निकल गई और लापता हो गई।
नासिक में कई साल तक भटकती रही महिला
बाद में महिला नासिक पहुंची, जहां वह सालों तक पंचवटी इलाके में भटकती रही।
दो साल पहले नासिक पुलिस ने उसे खराब शारीरिक और मानसिक स्थिति में पाया था।
अधिकारी ने बताया कि जब उन्हें एहसास हुआ कि उसकी याददाश्त चली गई है, तो उन्होंने उसे देखभाल और उपचार के लिए ठाणे मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती कराया।
अस्पताल में, मेडिकल टीम ने उसका व्यापक उपचार किया। जब उसमें सुधार के संकेत दिखे, तो टीम ने उसकी पहचान स्थापित करने और उसके परिवार का पता लगाने के लिए काम करना शुरू कर दिया।
महिला को नहीं याद था कुछ भी
डॉ. मुलिक ने बताया कि यह प्रक्रिया चुनौतीपूर्ण थी, क्योंकि महिला को अपने अतीत का कुछ भी याद नहीं था।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में ज्यादा सफलता नहीं मिलने के बावजूद अस्पताल के कर्मचारियों ने धीरे-धीरे उसके गृहनगर के बारे में सुराग जुटाए, यहां से करीब 250 किलोमीटर दूर अहमदनगर में पुलिस से संपर्क किया और वहां उसके रिश्तेदारों का पता लगाया।
सूचना मिलने के बाद महिला के परिवार के सदस्य, जिनमें उसकी बहू, चचेरे भाई और भतीजे शामिल थे, 17 जनवरी को यहां अस्पताल पहुंचे और 30 वर्षों में पहली बार उससे मिले।
परिवार के एक सदस्य ने कहा, हम मेडिकल टीम की अच्छी देखभाल और समर्पण से बहुत प्रभावित हैं।
परिवार महिला को वापस अहमदनगर ले गया है। डॉ. मुलिक ने कहा, परिवार को फिर से एक साथ देखना हमारे लिए सबसे बड़ा इनाम है।
यह भी पढ़ें- Manipur Violence: मणिपुर में दो उग्रवादी गिरफ्तार, 4 जिलों से बड़ी मात्रा में बरामद हुआ हथियार और गोला-बारूद
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।