Jalna IT Raid: बाराती बनकर छापा मारने पहुंचे, कारों पर लगा था ‘दुल्हन हम ले जाएंगे’ का स्टीकर; 390 करोड़ की संपत्ति जब्त
Jalna IT Raid आयकर विभाग के 260 अधिकारियों की टीम 120 कारों में छापा मारने पहुंती। हर कार पर ‘दुल्हन हम ले जाएंगे’ का स्टीकर लगा था ताकि देखने वालों के लगे कि कोई बारात जा रही है।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Jalna IT Raid: महाराष्ट्र के जालना (Jalna) व छत्रपति शंभाजी महाराज नगर (औरंगाबाद) जिले में आयकर विभाग के अधिकारी बाराती (Barati) बनकर पहुंचे। एक सप्ताह तक छापे की कार्रवाई की। शुरुआत तीन दिन तक स्थानीय पुलिस को भी भनक नहीं लगी। अब तक करीब आधा दर्जन व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से 390 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।
120 कारों के काफिले में हर कार पर लगा था ‘दुल्हन हम ले जाएंगे’ का स्टीकर
आयकर सूत्रों के अनुसार, उन्हें स्टील कारोबार व फैक्ट्रियों के एक बड़े केंद्र जालना की चार कंपनियों छत्रपति शंभाजी महाराज नगर के व्यवसायी व प्रापर्टी डीलर द्वारा आयकर चोरी की भनक लगी थी। ठोस सूचनाओं के आधार पर आयकर विभाग के 260 अधिकारियों की बड़ी टीम 120 कारों में छापा मारने इन कंपनियों में जा धमकी। इन 120 कारों के काफिले में हर कार पर ‘दुल्हन हम ले जाएंगे’ का स्टीकर लगा था, ताकि देखने वालों के लगे कि कोई बारात जा रही है। तीन अगस्त को इनमें से एक टीम जालना के बाहरी इलाके में स्थित एक फार्म हाउस पर पहुंची और छापे की कार्रवाई शुरू की।
इनके यहां की गई छापेमारी
जिन कंपनियों पर छापे मारे गए उनके नाम हैं-कालिका स्टील एलाय प्रालि, श्री राम स्टील, फाइनेंसर विमल राज, एक डीलर प्रदीप बोरा व जालना का एक सहकारी बैंक। जिन स्टील कंपनियों पर छापे पड़े हैं, उनमें से एक की स्थापना 2003 में एवं दूसरी की 1985 में हुई थी। एक साथ इतने प्रतिष्ठानों पर छापेमारी के बावजूद स्थानीय पुलिस को तीन दिन तक इन छापों की भनक तक नहीं लग पाई।
छापेमारी में मिले रुपयों को गिनने में लगे 13 घंटे
करीब आधा दर्जन प्रतिष्ठानों, उनके मालिकों व कर्मचारियों के विभिन्न ठिकानों व उनके बैंक लाकरों से आयकर विभाग को 58 करोड़ रुपए नकद, 32 किलो सोना तथा कई बेनामी संपत्तियों के कागजात बरामद हुए हैं। इनकी कुल कीमत अब तक 390 करोड़ बताई जा रही है। इतनी बड़ी मात्रा में मिली नकद राशि को गिनने के लिए यह सारा रुपया स्थानीय स्टेट बैंक की शाखा में ले जाया गया, जहां इसे गिनने में कुल 13 घंटे लगे। तीन अगस्त से शुरू हुई छापे की यह कार्रवाई आठ अगस्त तक चलती रही है।
अलमारी में छिपाकर रखी थी नकदी, हर पालीथिन में थे एक करोड़
मिड-डे के अनुसार, फार्महाउस में छिपाकर रखी गई नकदी में 500-500 रुपये के नोट थे। इन्हें बेड और अलमारी में भरकर रखा गया था। अधिकारियों ने 30 से अधिक पालीथिन बरामद कीं। हर पालीथिन में एक करोड़ की नकदी थी। आइटी टीम ने एक बैंक लाकर से भी 28 करोड़ रुपये बरामद किए। दस्तावेजों की जांच अभी भी जारी है, क्योंकि अधिकारियों का मानना है कि नकदी का एक बड़ा हिस्सा कहीं और स्थानांतरित कर दिया गया है।