Vedic Clock: लॉन्चिंग से पहले 'वैदिक घड़ी' के मोबाइल एप पर साइबर अटैक, तीन लाख 75 हजार फर्जी यूजर छोड़े गए
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि मोबाइल एप और वेबसाइट की लांचिंग अब गुड़ी पड़वा यानी नौ अप्रैल को करेंगे। तब तक इसे तकनीकी रूप से सुधार कर और अधिक सुरक्षित कर लिया जाएगा। यह व्यवस्था भी की जाएगी कि वैदिक घड़ी की सूचनाओं को हिंदी अंग्रेजी के साथ तमिल मराठी कन्नड़ असमिया जर्मनी स्पेनिश सहित तमाम भाषाओं में पढ़ा-देखा जाए।
जेएनए, उज्जैन। दुनिया की पहली डिजिटल वैदिक घड़ी के मोबाइल एप और वेबसाइट (वैदिक स्टैंडर्ड टाइम डाट काम) पर शुक्रवार को लांचिंग से पहले साइबर अटैक हो गया। वेबसाइट पर तीन लाख 75 हजार बोट्स यानी फर्जी यूजर छोड़ दिए गए। ऐसा किए जाने से सर्वर की स्पीड धीमी हो गई।
वेबसाइट और मोबाइल एप ने काम करना बंद कर दिया। इससे लांचिंग टल गई।
Vedic Clock की लॉन्चिंग टली
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि मोबाइल एप और वेबसाइट की लांचिंग अब गुड़ी पड़वा यानी नौ अप्रैल को करेंगे। तब तक इसे तकनीकी रूप से सुधार कर और अधिक सुरक्षित कर लिया जाएगा। यह व्यवस्था भी की जाएगी कि वैदिक घड़ी की सूचनाओं को हिंदी, अंग्रेजी के साथ तमिल, मराठी, कन्नड़, असमिया, जर्मनी, स्पेनिश सहित तमाम भाषाओं में पढ़ा-देखा जाए।
पीएम मोदी ने किया था लोकार्पण
मालूम हो कि उज्जैन में स्थापित विश्व की पहली वैदिक घड़ी का लोकार्पण पिछले माह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल किया था। इस वैदिक घड़ी की स्थापना जीवाजी वेधशाला परिसर में नगर निगम द्वारा बनाए 82 फीट ऊंचे टावर पर की गई है।
घड़ी, विक्रमादित्य पंचांग, 30 मुहूर्त के साथ वैदिक समय, भारतीय मानक समय, ग्रीनविच मीन टाइम बताती है। सूर्योदय, सूर्यास्त के समय से लेकर सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण, तापमान की जानकारी भी देती है। इसके बैकग्राउंड में देश के खूबसूरत पर्यटन स्थलों की तस्वीर देखने को मिल रही है।
अटैक के आइपी एड्रेस की लोकेशन मुंबई मिली
उधर, वैदिक घड़ी, एप और वेबसाइट के निर्माता आरोह श्रीवास्तव ने बताया कि डिजिटल वैदिक घड़ी के मोबाइल एप और वेबसाइट पर साइबर अटैक के आइपी एड्रेस से लोकेशन मुंबई की मिल रही है। अटैक किसने किया यह पुलिस का साइबर सेल पता लगाएगा। फिलहाल वेबसाइट की लॉन्चिंग टल गई है।