Sidhi News: छात्र उड़ाएंगे ड्रोन और दूरबीन से देखेंगे जंगल, सरकारी स्कूलों के बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ाने का अनूठा पहल
सीधी जिले में विद्यार्थियों की स्कूल में उपस्थिति बढ़ाने और उन्हें तकनीक से जोड़ने के लिए एक नई पहल की गई है। जिले के पांचों ब्लाकों के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में ड्रोन और दूरबीन उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे विद्यार्थी ड्रोन उड़ाना सीखेंगे और दूरबीन से जंगल व वन्यजीवों को देख पाएंगे। यह नवाचार बच्चों में उत्साह जगाएगा, उन्हें रोजाना स्कूल आने के लिए प्रेरित करेगा और तकनीक व प्रकृति के प्रति उनकी समझ बढ़ाएगा। इस कदम से शिक्षा के प्रति बच्चों का रुझान बढ़ेगा और बेहतर परिणाम की उम्मीद है।
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शिक्षा में नवाचार: विद्यार्थी ड्रोन उड़ाएंगे और दूरबीन से देखेंगे जंगल।(फोटो सोर्स: जागरण)
जेएनएन, सीधी: विद्यार्थियों को शिक्षा और तकनीक से जोड़ने के साथ ही उनमें रोजाना स्कूल आने की ललक बनाए रखने के लिए जिला पंचायत और स्कूल शिक्षा विभाग ने सीधी जिले में नवाचार किया है। जिले के पांचों ब्लाकों के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में पांच-पांच ड्रोन और लंबी दूरी तक देखने में सक्षम दूरबीन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। एक जुलाई से विद्यार्थी जब स्कूल पहुंचेंगे तो एक पीरियड में उन्हें ड्रोन उड़ाने और दूरबीन से जंगल देखने का अवसर दिया जाएगा। इस नई व्यवस्था से विद्यार्थियों में उत्साह तो बढ़ेगा ही साथ ही वे तकनीक से भी जुड़ पाएंगे।
दरअसल, बीते वर्षों में शिक्षा विभाग का अनुभव रहा है कि ग्रामीण अंचल में कक्षा एक से आठ में पढ़ने वाले विद्यार्थी रोजाना स्कूल नहीं पहुंचते हैं। अधिकतर अभिभावकों का शिक्षा दिलाने के प्रति कम रुझान और आर्थिक संकट विद्यार्थियों को स्कूल से दूर कर रहा है। यही कारण है कि विद्यार्थी अभिभावकों के साथ घर के काम और मेहनत-मजदूरी भी करते हैं ताकि स्वजन को आर्थिक मदद मिलती रहे। लंबे समय से चली आ रही इस परेशानी को खत्म करने के लिए ही रोचक कार्ययोजना का सहारा लेने का विचार अधिकारियों के मन में आया।
तकनीक और वन्यजीव से लगाव बढ़ेगा
स्कूलों में ड्रोन संचालन सीखने से विद्यार्थियों में तकनीक के प्रति ललक बढ़ेगी साथ ही उन्हें रोजगार के प्रति भी आकर्षण बढ़ेगा। दूरबीन जंगल और वन्यजीव के प्रति समझ और सद्भाव बढ़ाएगा। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ही जिले के सीधी, मझौली, रामपुर नैकिन, कुसमी और सिहावल ब्लाक के स्कूलों में एक साथ यह कदम उठाए जा रहे हैं। प्रत्येक ब्लाक में पांच-पांच की संख्या में दूरबीन और ड्रोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
रोज पढ़ेंगे तो परिणाम और बेहतर होगा
अधिकारी मान रहे हैं कि यदि नवाचार सफल होता है तो विद्यार्थी रोजाना स्कूल आएंगे। असर यह होगा कि परिणाम और बेहतर होगा। बता दें गांव के स्कूल में नाम दर्ज कराने के बाद विद्यार्थी कम संख्या में पढ़ने के लिए पहुंचते हैं। ड्रोन और दूरबीन जिला पंचायत सीईओ, प्राचार्य व शिक्षकों से राशि एकत्रित कर खरीदे जा रहे हैं। ड्रोन व दूरबीन के एक सेट पर करीब 80 हजार रुपये खर्च किए जा रहे है।
पहली बार में घड़ियाल का घर देखेंगे
इस बेहतर कार्य की शुरुआत कुसमी ब्लाक के प्राथमिक स्कूल चिनगवाह, सीधी ब्लाक में सोन नदी के कुर्रावाह, सिहावल में जोगदहा घाट से होगी। यहां बच्चे घड़ियाल देखेंगे, रामपुर नैकिन के चंदरेह मंदिर और भंवर सेन नदी में जाकर आनंद लेंगे। डीपीसी राजेश तिवारी के मुताबिक विद्यार्थियों में विज्ञानियों वाली सोच आएगी। वे स्कूल से जाने के बाद आसपास के बच्चों को भी इसके बारे में बताएंगे।
ऐसे में छात्रों के रुचि स्कूल की ओर बढ़ेगी। विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने और सतत स्कूल आने को लेकर खेल-खेल में शिक्षा, टीएलएम माध्यम से जोड़कर पढ़ाने का काम किया जा रहा है। शिक्षक घर-घर जाकर अभिभावकों से मिलकर बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय कंजवार में शिक्षक शैलेंद्र सिंह ने स्मार्ट टीवी सहित अन्य आधुनिक तकनीक का उपयोग कर रहे हैं।
सीधी के जिला पंचायत अंशुमान राज ने कहा कि सीधी जिले के पांचों ब्लाक मुख्यालयों के स्कूलों में जल्द ड्रोन कैमरे और दूरबीन उपलब्ध कराए जाएंगे। यह नवाचार विद्यार्थियों को स्कूल में रोजाना आने के लिए प्रेरित करेगा। सभी स्कूलों में बारी-बारी से यह सामग्री पहुंचती रहेगी ताकि हर विद्यार्थी को तकनीक व जंगल देखने का अवसर मिले। विद्यार्थी ड्रोन चलाना सीखें इसकी मानीटरिंग की जाएगी।
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