MP के पांढुर्णा में पेट फूलने से 15 मवेशियों की मौत, संक्रमित दूध पीने से पांच बच्चे बीमार
मध्य प्रदेश के पांढुर्णा में अज्ञात बीमारी से 15 मवेशियों की मौत हो गई, जिससे दूध पीने वाले पांच बच्चे बीमार हो गए। प्रशासन ने ग्रामीणों के रक्त के नमूने जांच के लिए भेजे हैं। छिंदवाड़ा में मवेशियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। नरसिंहपुर में भी 12 से अधिक गायों की मौत हुई है, जिससे चिंता बढ़ गई है।

पांढुर्णा में मृत मवेशी का सैंपल लेती टीम।
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। मध्य प्रदेश के पांढुर्णा जिले में दो गांवों में अज्ञात बीमारी की वजह से 15 मवेशियों की मौत हो गई। इन मवेशियों के दूध का इस्तेमाल करने वाले पांच बच्चों की तबीयत खराब हो गई है। प्रशासन ने मृत मवेशियों के संपर्क में आए ग्रामीणों के रक्त का सैंपल जांच के लिए भेजा है।
जानकारी के अनुसार ग्राम उमरीकला व हिवरा पृथ्वीराम में पिछले चार-पांच दिनों में अचानक पेट फूलने से 15 मवेशियों की मौत हुई है। कलेक्टर नीरज वशिष्ठ ने मामले का संज्ञान लिया। इसके बाद पशुपालन विभाग की टीम सक्रिय हुई। मृत मवेशियों के पोस्टमार्टम कराए गए हैं।
बाहरी मवेशियों के प्रवेश पर प्रतिबंध
छिंदवाड़ा कलेक्टर हरेंद्र नारायण ने प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर पांढुर्णा जिले से छिंदवाड़ा की सीमा में बिना चिकित्सकीय जांच के मवेशियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। सीमाओं पर पशुपालन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात की जाएंगी, जो मवेशियों की जांच करेंगी।
दूध को लेकर सावधानी बरतने की अपील
बीएमओ दीपेंद्र सलामे ने बताया कि रिपोर्ट में गायों में पाजीटिव वर्गाकार बैक्टीरिया (एंथ्रेक्स का प्रकार) की पुष्टि हुई है। उन्होंने मवेशी पालकों को पानी और दूध को लेकर सावधानी बरतने की अपील की है।
नरसिंहपुर में भी 12 से अधिक गायों की मौत
उधर, नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा तहसील के डमरू घाटी और निरंजन वार्ड में दो दिन पहले 12 से अधिक गायों की मौत हुई थी। मौत का कारण स्पष्ट नहीं है। कुछ लोग फूड पाइजनिंग बता रहे हैं। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। अब इस मामले को भी बीमारी से जोड़कर देखा जा रहा है।

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