Jabalpur News: अस्पताल परिसर में मानसिक विक्षिप्त महिला से दुष्कर्म, कई दिनों से नजर गढ़ाए था आरोपी
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में एक सरकारी मेडिकल कॉलेज के परिसर में मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला के साथ एक युवक ने दुष्कर्म किया गया। पुलिस ने कहा कि मंगलवार को कि यह कार्रवाई एक सामाजिक संगठन मोक्ष संस्था के कार्यकर्ताओं की शिकायत के आधार पर की गई। महिला पिछले डेढ़ महीने से मेडिकल कॉलेज के आश्रय गृह में रह रही थी।

जेएनएन, जबलपुर। नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज परिसर में मंगलवार की तड़के दिव्यांग महिला के साथ एक युवक को दुष्कर्म करते हुए पकड़ा गया है। आरोपित गढ़ा निवासी 19 वर्षीय युवक विक्रम राजपूत है। उसने मानसिक रूप से दिव्यांग महिला के साथ रैन बसेरा के पास दुष्कर्म किया।
आरोपित को सुबह कुछ लोगों ने देखा और मोक्ष संस्था को इसकी सूचना दी। लोगों ने उसे पकड़ा और पुलिस को सौंप दिया। सीएसपी देवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि सुबह करीब चार बजे मेडिकल परिसर में बने रैन बसेरा में मानसिक रूप से कमजोर 25 वर्षीय महिला के साथ गढ़ा निवासी विक्रम राजपूत ने दुष्कर्म किया।
कुछ दिन से रह रहा था रैन बसेरा में रह रहा था आरोपी
महिला रैन बसेरा में रहती थी। आरोपित को उसके पिता ने डांटा था, जिस वजह से वह घर न जाकर रैन बसेरा में कुछ दिन से रह रहा था। इसी दौरान उसकी नजर महिला पर पड़ी। घटना के पहले महिला अकेले घूम रही थी। इसी का फायदा उठाते हुए आरोपित विक्की उसे कैंपस के पीछे ले गया और दुष्कर्म किया।
कैंपस में मौजूद लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि बीते एक सप्ताह से आरोपित विक्की रोजाना मेडिकल कालेज में घूमते हुए दिख रहा था। स्थानीय लोगों और मोक्ष संस्था के कार्यकर्ताओं ने आरोपित विक्की को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
मेडिकल कालेज कैंपस में हुई घटना को लेकर मोक्ष संस्था ने कई तरह के सवाल खड़े किए हैं। मोक्ष संस्था के आशीष ठाकुर का कहना है कि इससे पहले भी दिव्यांग महिलाओं के साथ इस तरह की घटना सामने आई थी। मेडिकल कालेज कैंपस के भीतर ही पुलिस चौकी और सुरक्षा गार्ड होने के बाद भी इस तरह की घटना होना एक बड़ी वारदात है। मोक्ष संस्था के कार्यकर्ताओं का यह भी आरोप है कि मेडिकल कालेज कैंपस में जो बाउंसर हैं, अगर वह सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान देते तो इस तरह की घटना नहीं होती।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।