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    चीन को चुनौती देगा जबलपुर का बैंबू, जल्द ही भारत में भी बनेगा बांस से सुपर फाइबर

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 04:48 PM (IST)

    जबलपुर से भारत बांस से सॉफ्ट फाइबर बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय यहां की विशेष प्रजाति के बैंबू पर रिसर्च कर रहा है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बताया कि बैंबू फाइबर पर मंत्रालय का फोकस है और इससे किसानों को अच्छी आय हो सकती है। विशेषज्ञ सुभाष भाटिया के अनुसार, भारत जल्द ही बांस से बने कपड़े तैयार करने लगेगा।

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    बैंबू नर्सरी का निरीक्षण करते केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (बांये) व अन्य।

    डिजिटल डेस्क, जबलपुर। भारत जल्द ही बांस से सॉफ्ट फाइबर बनाने की दिशा में बड़ी छलांग लगाने वाला है और इसकी शुरुआत जबलपुर से हो रही है। यहां की विशेष प्रजाति के बैंबू पर केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय रिसर्च कर रहा है, जिसमें स्थानीय बैंबू उत्पादक भी सहयोग दे रहे हैं। दुनिया में अभी तक केवल चीन ही बांस से सॉफ्ट फाइबर बनाकर कपड़ा तैयार करने में सफल रहा है, लेकिन अब भारत भी इसी तकनीक के बेहद करीब पहुंच गया है।

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    सोमवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तिलवारा स्थित बैंबू नर्सरी का दौरा किया। उन्होंने बताया कि मंत्रालय का फोकस बैंबू फाइबर और उससे बने कपड़ों पर है। गिरिराज सिंह ने कहा, “बैंबू पानी खींचता है यह एक मिथक है। वास्तव में बांस लगाने से जमीन का पानी रिचार्ज होता है। आज दुनिया में बैंबू फाइबर का पल्प बनकर कपड़े तैयार होते हैं, और हम भी उसी दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं।”

    किसानों के लिए बड़ी उम्मीद

    केंद्रीय मंत्री के मुताबिक बैंबू की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है। चार साल बाद एक किसान को हर साल करीब 1.5 लाख रुपये तक की आय संभावित है। खेत के किनारों पर बांस लगाकर और बीच में मशरूम की खेती कर किसान अपनी आमदनी और बढ़ा सकते हैं।

    उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर भारत के कई राज्यों (बंगाल से लेकर पंजाब तक) की जमीन में कार्बन की मात्रा तेजी से घट रही है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के प्रयासों के बीच बैंबू की खेती एक टिकाऊ विकल्प के रूप में उभर रही है।

    बैंबू फाइबर रेवॉल्यूशन की तैयारी

    बैंबू नर्सरी के संचालक और विशेषज्ञ सुभाष भाटिया ने बताया कि वे केंद्रीय मंत्रालय के सहयोगी के रूप में नई बैंबू प्रजातियों पर शोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि भारत सॉफ्ट फाइबर बनाने की तकनीक के बेहद करीब पहुंच चुका है और जल्द ही यहां भी बांस से बने कपड़े तैयार होने लगेंगे।

    भाटिया ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज को बैंबू की 62 प्रजातियां दिखाईं और बताया कि चीन अभी इस क्षेत्र में अग्रणी है, लेकिन भारत तेज गति से उसकी बराबरी करने की तैयारी कर रहा है।