मंदसौर के सुवासरा में युवक की आत्महत्या पर बवाल, लोगों ने शव रखकर किया चक्काजाम, आरोपी भाजपा नेता का मकान तोड़ने की मांग
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के सुवासरा में मनीष व्यास की आत्महत्या के बाद तनाव बढ़ गया। मृतक ने सुसाइड नोट में भाजपा नेता अमजद पठान और उनके भाई पर 54 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव रखकर चक्काजाम किया और आरोपी के अवैध मकान तोड़ने की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, आरोपी फरार हैं।

युवक का शव रखकर प्रदर्शन करते लोग।
डिजिटल डेस्क, इंदौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के सुवासरा में मनीष व्यास नामक युवक की आत्महत्या के बाद शनिवार को हालात तनावपूर्ण हो गए। मनीष ने शुक्रवार को ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी। उसके पास मिले सुसाइड नोट में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा पदाधिकारी अमजद पठान और उनके भाई आजाद पठान पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। नोट में लिखा है कि आरोपी भाइयों ने उससे 54 लाख रुपये लिए थे और लौटाने से इंकार कर रहे थे। मृतक का एक पुत्र व एक पुत्री है।
रात में ही पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया था। गया। हालांकि घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए हैं।
शनिवार सुबह मनीष व्यास के परिजन और स्थानीय लोगों ने शव को सुवासरा-मंदसौर रोड पर पेट्रोल पंप चौराहे पर रखकर चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आरोपी अमजद पठान के अवैध मकानों को तुरंत तोड़ा जाए। सीएमओ जीवनराय माथुर ने मौके पर पहुंचकर आश्वासन दिया कि अमजद पठान के अवैध निर्माणों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

विधायक हरदीप सिंह डंग भी मौके पर पहुंचे और जल्द कार्रवाई की बात कही। इस दौरान बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। प्रशासनिक अधिकारी, एसडीओपी दिनेश प्रजापत सहित पुलिस बल मौके पर तैनात है।

सुसाइड नोट में यह लिखा
सुवासरा में शुक्रवार शाम को मनीष पुत्र बंशीलाल व्यास ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली थी। उसके पास से मिले सुसाइड नोट में उसने वक्फ बोर्ड जिलाध्यक्ष अमजद पठान व उसके भाई आजाद पठान पर गंभीर आरोप लगाए। लगभग 54 लाख रुपये लेने की बात पत्र में कही गई है। उसमें लिखा है कि अपने रुपये मांग-मांग कर थक गया हूं पर वह देने का नाम ही नहीं ले रहा है। और मुझे भी वह रुपये मार्केट में देना थे तो मुझे भी लोग लोग तकाजे कर रहे हैं। अमजद पठान व आजाद पठान मुझे प्लाट देते और रुपये पहले ले लेते। बाद में वह प्लाट झगड़े का निकल जाता। इस तरह दोनों भाईयों व परिवार ने मुझे फंसा दिया। और अब रुपये लौटाने के बजाय रोज आज-कल कर रहे हैं।
अमजद पठान पहले भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चे का मंडल अध्यक्ष भी रहा था। अभी भाजपा ने उसे वक्फ बोर्ड का जिलाध्यक्ष बनाया है।

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