Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रील देखकर सीखा फर्जी पेमेंट का खेल और शुरू कर दी ठगी, देवास में जालसाजी करने वाले बंटी-बबली गिरफ्तार

    Updated: Thu, 13 Nov 2025 12:38 PM (IST)

    देवास में 'बंटी-बबली' की जोड़ी सोशल मीडिया से फर्जी पेमेंट करना सीखकर दुकानदारों को ठगने लगी। उन्होंने ज्वेलरी और इलेक्ट्रॉनिक दुकानों से सामान खरीदा और नकली भुगतान के स्क्रीनशॉट दिखाकर फरार हो गए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से दोनों को राजगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है और उनसे चोरी का सामान बरामद किया है। युवती ने बताया कि उसने सोशल मीडिया पर वीडियो देखकर यह तरीका सीखा।

    Hero Image

    ठगी करने वाले पुरुष व महिला को किया गिरफ्तार (प्रतीकात्मक चित्र)

    डिजिटल डेस्क, इंदौर। इंटरनेट और सोशल मीडिया अब सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं रहा, बल्कि अपराधियों के लिए भी "ट्रेनिंग प्लेटफॉर्म" बन गया है। मप्र के देवास में एक ऐसा ही मामला सामने आया, जहां 'बंटी-बबली' की जोड़ी ने सोशल मीडिया पर रील देखकर फर्जी पेमेंट करने का तरीका सीखा और फिर दुकानदारों को ठगने निकल पड़े। कोतवाली पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर उनके पास से ज्वेलरी और एलईडी टीवी बरामद किए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    फर्जी भुगतान कर हुए फरार

    पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने बताया कि 4 नवंबर को नावेल्टी चौराहा स्थित रत्नराज ज्वेलरी पर एक युवक और युवती पहुंचे। उन्होंने चांदी की पायल और अंगूठियां खरीदीं, जिनकी कीमत 6,700 रुपये थी। भुगतान के नाम पर उन्होंने फोन पे क्यूआर कोड स्कैन कर फर्जी पेमेंट का स्क्रीनशॉट दिखाया और वहां से निकल गए। बाद में दुकानदार को भुगतान न मिलने पर ठगी का पता चला।

    इसी तरह की वारदात शहर की एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान में भी हुई, जहां से आरोपितों ने 18,500 रुपये का एलईडी टीवी इसी तरकीब से खरीद लिया। पुलिस ने दोनों मामलों की गहन छानबीन शुरू की। पुलिस टीम ने दुकानों व आसपास के सीसीटीवी कैमरों को जांचा और मुखबिरों को सक्रिय कर आरोपितों को पकड़ने के जाल बिछाया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान दीपक वर्मा (निवासी ग्राम गदईशा पिपलिया, देवास) और उसकी साथी बबली के रूप में की।

    राजगढ़ से पकड़ा

    टीआई श्यामचंद्र शर्मा के अनुसार, पुलिस ने दोनों को राजगढ़ से गिरफ्तार किया। पूछताछ में युवती ने बताया कि उसने सोशल मीडिया पर एक रील देखकर फर्जी पेमेंट एप डाउनलोड किया और उसी के जरिए नकली लेनदेन करने लगी। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि आरोपित जोड़ी ने और कहां-कहां ऐसी ठगी की है।