निवेश पर मोटे मुनाफे का लालच देकर कर्नाटक के कारोबारी से 2 करोड़ की ठगी, MP के रतलाम से तीन युवक गिरफ्तार
कर्नाटक पुलिस ने रतलाम से तीन युवकों को 2 करोड़ की ऑनलाइन ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया। आरोपियों ने उमर फारुक नामक व्यवसायी को निवेश के नाम पर धोखा दिया। उन्हें विदेशी निवेश पर दोगुना रिटर्न का लालच दिया गया। जब उमर ने रिफंड मांगा, तो उन्हें धमकी दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

ऑनलाइन ठगी के आरोपी युवक।
डिजिटल डेस्क, इंदौर। कर्नाटक की मंगलूरु सिटी पुलिस ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए रतलाम जिले के बिलपांक से तीन युवकों को 2 करोड़ रुपये की ऑनलाइन ठगी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों में बिलपांक के रहने वाले कुशाग्र जैन (23), सुमित जायसवाल (27) और धार जिले के बदनावर निवासी अखिल मंडरा (29) शामिल हैं।
यह कार्रवाई कर्नाटक के रियल एस्टेट एवं कार ट्रेडिंग व्यवसायी उमर फारुक की शिकायत के बाद हुई, जिनसे आरोपितों ने ऑनलाइन निवेश योजना के नाम पर दो करोड़ से अधिक की रकम ऐंठ ली थी। पुलिस इससे पहले इस गैंग के चौथे सदस्य अंकित को इंदौर से हिरासत में ले चुकी है।
ऐसे की वारदात
मंगलूरु पुलिस के अनुसार, 1 मई 2022 को उमर फारुक से वाट्सएप कॉल पर एक व्यक्ति ने संपर्क कर स्वयं को अंकित बताया और कहा कि वह डल्टिन रॉयल कंपनी का प्रतिनिधि बताया। उसने दावा किया कि विदेशी निवेश से दोगुना रिटर्न मिलेगा और पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा।
स्वजन की रकम भी दांव पर लगाई
विश्वास जमाने के लिए आरोपितों ने उमर से 3500 रुपये मंगवाए और उसी दिन 1000 रुपये मुनाफे के रूप में वापस भेज दिए। इसके बाद उमर ने मई 2022 से 29 अगस्त 2025 तक लगातार निवेश किया। उमर ने अपने कुल छह बैंक खातों (अपने, पत्नी, चाचा और भतीजी के) माध्यम से आरोपितों के खातों में 2 करोड़ रुपये से ज्यादा ट्रांसफर कर दिए।
अंकित ने आगे दावा किया कि उसके साथी कुशाग्र, अखिल और सुमित विदेशी मार्केट में निवेश कर मोटा रिटर्न दिलवाते हैं, जबकि पूरा पैसा गायब कर दिया गया।
रिफंड मांगा तो मिली धमकी
जब उमर ने पिछले तीन महीनों में रिफंड के लिए उनसे संपर्क करने की कोशिश की, तो आरोपितों ने फोन उठाना बंद कर दिया। बाद में अंकित ने कहा कि बाकी तीन साथियों ने उसे भी धोखा दिया है और वह अब साझेदारी में नहीं है।
इसके बाद व्हाट्सऐप कॉल पर आरोपितों ने उमर को धमकी दी कि न पैसा लौटाया जाएगा, न शिकायत करने दी जाएगी। शिकायत की तो जान से मार देंगे। डर के कारण उमर ने पूरा मामला परिवार को बताया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
कर्नाटक पुलिस की टीम बिलपांक पहुंची
बिलपांक थाना प्रभारी अय्यूब खान ने बताया कि गुरुवार रात चार सदस्यीय मंगलूरु पुलिस टीम, जिसमें ACP रविश एस. नायक शामिल थे, आरोपियों को हिरासत में लेकर कर्नाटक रवाना हो गई। प्रकरण की आगे की जांच जारी है।

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