ओंकारेश्वर में आदिगुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची मूर्ति का आज अनावरण, 5000 साधु-संत रहेंगे मौजूद
जी-20 के सफल आयोजन में विश्व को ‘एक धरती एक परिवार एक भविष्य’ का संदेश देने वाला भारत एक बार फिर संसार को एकात्मकता का संदेश देगा। इस बार यह संदेश मध्य प्रदेश स्थित ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर की तीर्थ नगरी से दिया जाएगा। गुरुवार को यहां एक भव्यातिभव्य आयोजन में विश्व को एकात्मता का संदेश देने वाले आदिगुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची मूर्ति का अनावरण होगा।

इंदौर, ईश्वर शर्मा। जी-20 के सफल आयोजन में विश्व को ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ का संदेश देने वाला भारत एक बार फिर संसार को एकात्मकता का संदेश देगा। इस बार यह संदेश मध्य प्रदेश स्थित ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर की तीर्थ नगरी से दिया जाएगा। गुरुवार को यहां एक भव्यातिभव्य आयोजन में विश्व को एकात्मता का संदेश देने वाले आदिगुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची मूर्ति का अनावरण होगा।
5,000 साधु-संत, संन्यासियों, आचार्य व महामंडलेश्वर तथा 1,000 विद्वतजनों की उपस्थिति में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मूर्ति का अनावरण करेंगे।
यह अनावरण सनातन धर्म के ललाट पर ‘एकात्म धाम’ के रूप में एक मंगल तिलक होगा। इस विराट प्रतिमा को नर्मदा नदी के तट पर ओंकारेश्वर में स्थित मांधाता पर्वत के शिखर पर स्थापित किया गया है। इसके निर्माण के लिए 27,000 पंचायतों से विभिन्न धातु एकत्रित की गई हैं।
'शङ्करावतरणम्'
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) September 21, 2023
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj आज करेंगे आदि शंकराचार्य की ज्ञान भूमि ओम्कारेश्वर में 108 फीट ऊंची भव्य और दिव्य प्रतिमा 'एकात्मता की मूर्ति' का अनावरण एवं "अद्वैत लोक" का शिलान्यास
➡️ 21 सितम्बर 2023
➡️प्रातः 10.30 बजे
➡️ एकात्म धाम, मंधाता पर्वत, ओंकारेश्वर… pic.twitter.com/NPLhUoDWWK
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रात 11 बजे धार्मिक परंपराओं के अनुसार साधु-संतों और विद्वतजनों का स्वागत करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री और पूज्य संतों द्वारा वैदिक यज्ञ अनुष्ठान में आहुति दी जाएगी।
इस अवसर पर देशभर की शैव परंपरा के नृत्यों की प्रस्तुतियों के साथ ही भारतीय प्रदर्शनकारी शैलियों के कलाकारों द्वारा आचार्य प्रवर्तित पंचायतन पूजा परंपरा का प्रस्तुतीकरण होगा। इसके बाद एकात्मता की मूर्ति का अनावरण किया जाएगा।
इसी दौरान मांधाता पर्वत पर बनने वाले अद्वैत लोक का भूमि एवं शिला-पूजन भी किया जाएगा। 101 बटुकों द्वारा वेद मंत्रों के उच्चारण और शंखनाद के बीच मुख्यमंत्री चौहान और पूज्य संत एकात्मता की मूर्ति के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।