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    इंदौर : यहां के अस्पतालों में स्टाफ की कमी होगी पूरी

    इंदौर शहर की शासकीय डिस्पेंसरियों में उपकरण का अभाव है। स्टाफ की कमी है। इसकी पूर्ति के लिए प्रयास किए जाएंगे।

    By Krishan KumarEdited By: Updated: Tue, 09 Oct 2018 06:00 AM (IST)

    नई दिल्‍ली, जेएनएन। सफाई के मामले में सिरमौर रहा इंदौर शहर 'माय सिटी माय प्राइड अभियान' में पहले स्थान पर रहा। इसके बाद भी अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं में यह शहर सुधार चाहता है, ताकि यहां के लोग बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले सकें। अभियान के तहत इंदौर शहर को बेहतर बनाने के लिए चुने गए 11 महत्वपूर्ण मुद्दों के समाधान की पहल शुरू हो गई है।

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    शहर की बेहतरी के 11 समाधान
    1. शहर की शासकीय डिस्पेंसरियों में उपकरण का अभाव है। स्टाफ की कमी है। इसकी पूर्ति के लिए प्रयास किए जाएंगे। (संरक्षक- सहायता संस्था)
    2. कंपनियों के सीएसआर से चैरिटेबल अस्पतालों को और सुविधा संपन्न बनाने के लिए जरूरी संसाधन मुहैया करवाए जाएंगे। (संरक्षक- कंपनी सीएसआर)
    3. कचरे का निस्तारण घरों में ही करने की दिशा में काम किया जाना बेहद जरूरी है। (संरक्षक- नगर निगम)
    4. शहर के कॉलोनियों में काफी खाली जमीन भी है, इन जगहों को पार्कों में तब्दील करने के प्रयास करेंगे। (संरक्षक- नगर निगम, इंदौर विकास प्राधिकरण)
    5. शहर के शासकीय स्कूलों में सुविधाओं का अभाव है। विमानपत्तन प्राधिकरण और अन्य संस्थाओं की सहायता से स्कूलों के विकास प्रयास किया जाएगा। (संरक्षक- कंपनी सीएसआर)
    6. शासकीय स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को समय-समय पर काउंसलिंग सेशन कराए जाएंगे। (संरक्षक- कंपनी सीएसआर)
    7. इंजीनियरिंग कॉलेजों में ट्रेनिंग प्रोग्राम करने के साथ ही एसएमई में स्थानीय युवाओं को रोजगार दिलाने में मदद की जाएगी। (संरक्षक- एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्री, लघु उद्योग भारती संस्था।)
    8. बच्चों को गुड टच, बैड टच को लेकर जागरूक किया जाना जरूरी है। शहर के स्कूलों में कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। (संरक्षक- ज्वाला और चाइल्ड हेल्पलाइन संस्था)
    9. सांवेर रोड और तीन इमली-पालदा क्षेत्र को पानी और सड़कों की परेशानी से छुटकारा दिलाने के प्रयास होंगे। (संरक्षक- स्थानीय एजेंसियां, नगर निगम/ इंविप्रा)
    10. शहर की टाउनशिप और कॉलोनियों में सुरक्षा की गाइड लाइन बनाई जाएंगी, ताकि मानक तय किए जा सके। (संरक्षक- इंदौर पुलिस/ शासकीय एजेंसियां)
    11. स्कूल-कॉलेजों में पहुंचकर लाइव डेमो के माध्यम से ट्रांजैक्शन, सोशल मीडिया का सुरक्षित इस्तेमाल कैसे किया जाए की जानकारी देंगे। (संरक्षक- साइबर एक्सपर्ट/ पुलिस अधिकारी/, पूर्व पुलिस अधिकारी)