MP News: बुजुर्ग को HIV पॉजिटिव बताकर 2.5 लाख हड़पे, निजी अस्पताल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज
पुलिस ने फिलहाल निजी अस्पताल के प्रबंधन को नोटिस जारी किया जिसके जवाब में संबंधित चिकित्सक ने बताया है कि लैब से एचआईवी पॉजिटिव की रिपोर्ट मिली थी। यह लैब अस्पताल में ही है। परिवार ने किसी की सलाह पर सरकारी अस्पताल में जांच कराई तो रिपोर्ट निगेटिव आई। दूसरी लैब में भी इस रिपोर्ट की पुष्टि हुई।

जेएनएन, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में निजी अस्पताल में मोटी रकम वसूलने के लिए डॉक्टर और लैब संचालक ने एक वृद्धा को झूठा एचआईवी पीड़ित बता दिया। इससे डरे स्वजन ने वृद्धा की सर्जरी के लिए मांगी गई ढाई लाख की रकम दे दी, लेकिन बाद में जब दूसरी लैब में टेस्ट करवाया तो पाया कि उन्हें एचआईवी पॉजिटिव होने की बात झूठी बताई गई।
इसके पहले तीन महीने दहशत में रहे परिवार ने सच सामने आने पर पुलिस से शिकायत कर अस्पताल और लैब संचालक पर कार्रवाई की मांग की है। इंदौर की पंढरीनाथ थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
ढाई लाख रुपये मांगा इलाज का खर्च
शहर के प्रतिष्ठित परिवार की 75 वर्षीय वृद्धा की गिरने से हड्डी टूट गई थी। स्वजन नजदीकी अस्पताल ले गए तो डॉक्टर ने कहा कि ऑपरेशन करना पड़ेगा। स्वजन को 40 हजार रुपये खर्च बताया गया। दो दिन बाद डॉक्टर ने जांच रिपोर्ट का जिक्र करते कहा कि वृद्धा एचआईवी पॉजिटिव हैं।
डॉक्टर ने डराया और कहा कि ऐसी स्थिति में आपरेशन करने के लिए बाहर से सर्जन को बुलाना पड़ेगा। उनकी फीस और अन्य खर्च मिलाकर ढाई लाख रुपये देने होंगे। तीमारदारों ने इतनी धनराशि दी तो आपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद स्वजन वृद्धा को घर ले आए लेकिन एचआईवी पॉजिटिव होने की बात सुनने के बाद से सब मानसिक रूप से तनाव में रहने लगे। तीन महीने तक उनकी यही स्थिति रही।

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