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    AI का दुरुपयोग कर इंदौर में हॉस्टलों में चोरी, तमिलनाडु का हाईटेक गिरोह गिरफ्तार; लाखों का माल बरामद

    Updated: Sun, 23 Nov 2025 03:39 PM (IST)

    इंदौर पुलिस ने तमिलनाडु के एक हाई-टेक चोर गिरोह को गिरफ्तार किया है, जो हॉस्टलों और पीजी में चोरी करता था। ये गूगल मैप से रेकी करते थे और एआई का उपयोग करके भाषा बदलते थे। पुलिस ने 25 लाख रुपये से अधिक के मोबाइल, लैपटॉप और टैबलेट जब्त किए हैं। गिरोह के सदस्य ट्रेन से इंदौर आते थे और छात्रों के जागने से पहले चोरी करते थे।

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    शातिर बदमाश रेकी कर करता था चोरी (प्रतीकात्मक चित्र)

    डिजिटल डेस्क, इंदौर। शहर के हॉस्टलों और पीजी में हो रही लगातार चोरी की वारदातों का खुलासा करते हुए पुलिस ने तमिलनाडु के तीन सदस्यीय हाई-टेक गैंग को गिरफ्तार कर लिया है। यह गैंग गूगल मैप के जरिए हॉस्टलों की लोकेशन, एंट्री पॉइंट व आसपास की गतिविधियों की रेकी करता था। पहचान छुपाने के लिए आरोपी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( AI) टूल्स की मदद से अपनी भाषा को लोकल लहजे में बदलकर बातचीत करते थे, जिससे किसी को शक नहीं होता था।

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    ट्रेन से चोरी करने आते थे

    डीसीपी जोन-4 आनंद कलादगी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में मुथीयानथन पिता गोपाल, मगेन्द्रन पिता वेकंटरमन तथा दीपक पिता बिसकर्मा—सभी वेलूर जिले (तमिलनाडु) के रहने वाले हैं। ये तीनों महू में किराए का मकान लेकर ठहरे हुए थे और रोज सुबह ट्रेन पकड़कर इंदौर चोरी करने पहुंचते थे। छात्रों के जागने से पहले ही हॉस्टल कमरों से लैपटॉप और मोबाइल चुराकर फरार हो जाते थे।

    ये सामान जब्त

    भंवरकुआं पुलिस ने गैंग के ठिकाने पर छापा मारकर 18 मोबाइल, 10 लैपटॉप और एक टैबलेट जब्त किया है, जिनकी कुल कीमत 25 लाख रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक कमरे में चोरी के इलेक्ट्रॉनिक्स का ढेर लगा मिला।

    गूंगा-बहरा बनने की एक्टिंग भी नहीं बचा सकी

    रविवार को भंवरकुआं क्षेत्र में हुई चोरी के बाद पुलिस ने संदिग्धों के सीसीटीवी फुटेज वायरल किए थे। शनिवार को सर्वानंद नगर में एक आरोपी दीपक को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया। पूछताछ से बचने के लिए उसने गूंगा-बहरा बनने का नाटक किया, लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद उसने साथियों के नाम उगल दिए।

    दीपक द्वारा बताए नंबर की लोकेशन ट्रेस करने पर पुलिस स्टार चौराहा पहुंची और साइबर सेल की मदद से दोनों फरार आरोपियों को पकड़ा। पुलिस अब गैंग की गतिविधियों, उनके नेटवर्क और चोरी के तरीके की गहन जांच कर रही है।