Indore News: शिलांग हनीमून पर गया कपल अचानक हुआ गायब, अनहोनी की आशंका; परिवार ने सरकार से लगाई गुहार
शिलांग में लापता शहर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम का छह दिन बाद भी पता नहीं चला। बुधवार को पुलिस ने ड्रोन कैमरा और खोजी श्वान खाई में उतारा मगर बारिश के कारण सर्च ऑपरेशन रोकना पड़ा। नवदंपती करीब चार हजार सीढ़ियां नीचे उतरे थे। लौटने में ढाई हजार सीढ़ियां चढ़ी और अचानक गायब हो गए। उनकी अंतिम लोकेशन भी इसी जगह की मिली है।

जेएनएन,इंदौर। शिलांग में लापता शहर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम का छह दिन बाद भी पता नहीं चला। बुधवार को पुलिस ने ड्रोन कैमरा और खोजी श्वान खाई में उतारा मगर बारिश के कारण सर्च ऑपरेशन रोकना पड़ा। नवदंपती करीब चार हजार सीढ़ियां नीचे उतरे थे। लौटने में ढाई हजार सीढ़ियां चढ़ी और अचानक गायब हो गए। उनकी अंतिम लोकेशन भी इसी जगह की मिली है।
23 मई को आखिरी बार हुई थी मां से बात
30 वर्षीय राजा रघुवंशी(साकार नगर) और सोनम रघुवंशी(कुशवाह नगर) की 20 मई को ही शादी हुई थी।दोनों बैंगलुरु होते हुए हनीमून मनाने मेघालय गए थे।
भाई सचिन के मुताबिक राजा और सोनम शिलांग के ईस्ट ओसरा हिल्स क्षेत्र में रुके थे। 23 मई को अंतिम बार मां उमा से बातचीत की थी। उन्होंने कहा था कि वह आगे बढ़ रहे हैं।
इसके बाद उनका फोन भी बंद हो सकता है। डबल डेकर नामक इस स्थान पर करीब ढाई हजार सीढ़ियां नीचे लोग घुमने जाते है। राजा भी नीचे उतरा था। वह लौटकर आ गया था।
एक दुकान पर चाय पी थी, इसके बाद पता नहीं चला
करीब ढाई हजार सीढ़ियां चढ़ ली थी। एक दुकान पर चाय भी पी थी। इसके बाद उनका कोई पता नहीं चला। डेढ़ हजार सीढ़ियां ही बची थी। संभवत:किसी ने गलत रास्ता बताकर लूट लिया। राजा और सोनम के पास सोने के आभूषण थे।
सांसद के साथ विपिन डीजीपी से मिले और चार लोगों पर शक जताया। उन्होंने कहा कि स्कूटर किराये पर देने वाला युवक प्रमुख संदेही है। उससे पूछताछ होना चाहिए। इसको स्कूटर लावारिस अवस्था में मिला था। होटल संचालक भी शक के दायरे में है।
उसने कहा कि दंपती साढ़े पांच बजे होटल से निकल गए। इसकी संभावना नहीं है। गाइड और चाय की दुकान चलाने वाला भी जांच की जद में है। उनसे भी पूछताछ करना चाहिए।
हथियार लेकर घूमते हैं रहवासी,पुलिस वाले पीछे हटे
विपिन और गोविंद तीन दिन से जंगलों में भटक रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस के पास हथियार(पिस्टल बंदुक) तक नहीं है। जबकि यहां के रहवासियों के पास तलवारें है। पुलिस संदेहियों से पूछताछ तक नहीं कर रही है। उनके बयानों को सच मानकर कर छोड़ देती है। परिवार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और पीएमओ से भी गुहार लगाई है।
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