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    रतलाम में राजपूतों ने दलित दुल्हन की बिंदोली रोकी, किया हंगामा, पुलिस सुरक्षा में पूरी हुई रस्म

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 06:04 PM (IST)

    रतलाम के लखमाखेड़ी गांव में दलित दुल्हन की बिंदोली को राजपूतों ने रोका, जिससे विवाद हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सुरक्षा प्रदान की और बिंदोली को पूरा कराया। आरोपियों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। दुल्हन के पिता ने जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने का आरोप लगाया है, जिसके बाद भीम आर्मी ने कार्रवाई की मांग की है।

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    घर के सामने राजपूतों ने दलित परिवार की बेटी की बिंदोली को रोक दिया।

    डिजिटल डेस्क, इंदौर। रतलाम जिले के लखमाखेड़ी गांव में सोमवार रात दलित परिवार की बेटी की बिंदोली निकालने को लेकर गंभीर विवाद हो गया। जैसे ही दुल्हन की बिंदोली राजपूत समाज के कुछ घरों के सामने पहुंची, वहां मौजूद लोगों ने इसका विरोध करते हुए रास्ता रोक दिया। आरोपियों ने उनसे कहा - तुम्हारी बिंदोली गांव में नहीं निकलेगी।

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    पुलिस पहुंची, सुरक्षा में आगे बढ़ी बिंदोली

    सूचना मिलते ही बड़ावदा थाना प्रभारी स्वराज डाबी पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति नियंत्रित की। इसके बाद पुलिस सुरक्षा में बिंदोली को आगे बढ़ाया गया और रस्म पूरी की गई।

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    इनके खिलाफ प्रकरण दर्ज

    थाना प्रभारी ने बताया कि बापूसिंह पुत्र पर्वतसिंह सौंधिया राजपूत, बद्रीसिंह पुत्र भेरूसिंह, कुशाल सिंह पुत्र चंदरसिंह, गोविंदसिंह, एक नाबालिग और अन्य के खिलाफ बीएनएस धारा 176 और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए, जिनकी तलाश जारी है।

    दुल्हन के पिता की शिकायत - जातिसूचक शब्दों से किया अपमानित

    पीड़ित दुल्हन के पिता सुरेश कटारिया सब्जी विक्रेता हैं। उन्होंने बताया कि बेटी की शादी बुधवार 26 नवंबर को है और उसी के पूर्व की रस्म के तहत सोमवार रात करीब 9:30 बजे बिंदोली निकाली जा रही थी।

    जैसे ही जुलूस बापूसिंह के घर के सामने पहुंचा, वे व बद्रीसिंह बाहर आए और बिंदोली का विरोध करने लगे। इसके बाद कुशाल सिंह, एक नाबालिग, गोविंदसिंह और अन्य लोग भी वहां एकत्रित हो गए। शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने गाली-गलौज की और जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया।

    जताया विरोध

    घटना के विरोध में भीम आर्मी, आज़ाद समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील अस्तेय, जिला अध्यक्ष गोपाल वाघेला सहित कई लोगों ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की और दोषियों की गिरफ्तारी पर जोर दिया।