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    बर्तन न मांजने पड़ें, इसलिए बच्चों को रद्दी कागज पर परोस रहे थे मध्याह्न भोजन, स्कूल प्रभारी निलंबित

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 06:53 PM (IST)

    श्योपुर जिले के विजयपुर में हुल्लपुर माध्यमिक शाला में बच्चों को रद्दी कागजों पर मध्याह्न भोजन परोसा गया। वीडियो वायरल होने के बाद कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए। शाला प्रभारी को निलंबित कर स्वसहायता समूह का अनुबंध रद्द कर दिया गया। कलेक्टर ने मिड-डे मील योजना की नियमित निगरानी के निर्देश दिए।

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    बच्चों को कागज पर परोसा भोजन।

    डिजिटल डेस्क, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले से मिड-डे मील योजना में घोर लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिले के विजयपुर क्षेत्र स्थित हुल्लपुर माध्यमिक शाला में बच्चों को थाली के स्थान पर रद्दी के कागज पर भोजन परोसा गया। बताया जा रहा है कि स्वयं सहायता समूह के कर्मचारियों ने बर्तन मांजने से बचने के लिए यह शर्मनाक तरीका अपनाया, जबकि विद्यालय के शिक्षकों ने भी इस कृत्य पर कोई आपत्ति नहीं जताई।

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    कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई

    घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर अर्पित वर्मा ने तत्काल जांच के आदेश दिए। जांच में विद्यालय प्रबंधन और स्वयं सहायता समूह की गंभीर लापरवाही साबित होने पर स्कूल प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, भोजन तैयार करने वाले स्वयं सहायता समूह का अनुबंध रद्द कर दिया गया है। दो अन्य शिक्षकों को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

    इसलिए की शर्मनाक हरकत

    ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हरिशंकर गर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, संबंधित समूह में पांच महिलाएं कार्यरत थीं, जिनमें से दो बाहर गई हुई थीं। शेष तीन महिलाओं ने बर्तन धोने से बचने के लिए बच्चों को सीधे कागज पर खाना परोस दिया। वीडियो में बच्चे जमीन पर बैठकर चावल और सब्जी कागजों पर खाते हुए दिखाई दे रहे हैं।

    नियमित निगरानी के निर्देश

    जिला शिक्षा अधिकारी एमएल गर्ग ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि स्कूल स्टाफ और समूह दोनों ने लापरवाही बरती है। कलेक्टर वर्मा ने कहा कि मिड-डे मील योजना का उद्देश्य बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है, ऐसे में इस तरह का व्यवहार पूरी तरह अस्वीकार्य है। उन्होंने सभी स्कूलों और आंगनवाड़ियों में मिड-डे मील वितरण की सख्त निगरानी के निर्देश दिए हैं।