पन्ना टाइगर रिजर्व में हाथियों से घेराबंदी कराकर मंत्रियों को कराया 'बाघ दर्शन', NTCA तक पहुंची शिकायत
मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में मंत्रियों को बाघ दिखाने के लिए हाथियों से घेराबंदी कराने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के ब ...और पढ़ें

गश्ती दल के हाथियों के कारण दाईं ओर झाडि़यों में छिपता बाघ। (सौजन्य - सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में दो हाथियों से बाघ का रास्ता रोककर पांच मंत्रियों को बाघ दिखाने का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। यह वीडियो मंगलवार का बताया जा रहा है। इस प्रकरण पर पार्क प्रबंधन अंजान बना हुआ है, लेकिन इसकी शिकायत नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (NTCA) से की गई है।
टाइगर रिज़र्व के प्रभारी क्षेत्र संचालक नरेश यादव ने कहा कि उन्होंने अभी तक वायरल वीडियो नहीं देखा है, लेकिन यह जरूर स्वीकार किया कि हाथियों के जरिए बाघ की निगरानी की जा रही थी।
एक्टिविस्ट ने लगाए गंभीर आरोप
वन्य प्राणी एक्टिविस्ट अजय दुबे ने एनटीसीए के सदस्य सचिव को भेजी शिकायत में कहा है कि पन्ना टाइगर रिजर्व में जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही के कारण सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों और वाइल्ड लाइफ के नियमों का उल्लंघन हुआ है। आठ दिसंबर को मुख्यमंत्री और नौ दिसंबर को कुछ मंत्रियों और अफसरों ने जंगल सफारी की, जिसमें कई अनियमितताओं की जानकारी मिली है।
वायरल वीडियो और स्थानीय लोगों के मुताबिक पार्क प्रबंधन ने मंत्रियों को बाघ दिखाने के लिए हाथियों के जरिए बाघ और बाघिन की घेराबंदी की, जो अवैधानिक है। उन्होंने जिम्मेदारों पर विधिसम्मत कार्रवाई करने की मांग की है।
यह है मामला
दरअसल, राज्यमंत्री लखन पटेल ने मंगलवार को एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर साझा किया था, जिसमें गश्ती दल के दो हाथी बाघ का रास्ता रोके हुए दिखे। इस दौरान जिप्सी में सवार पांच मंत्रियों ने करीब 10 मिनट तक बाघ का दीदार किया। मंत्रियों में प्रहलाद पटेल, विजय शाह, इंदर सिंह परमार, लखन पटेल और दिलीप अहिरवार शामिल थे।

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