टीकमगढ़: खाद के लिए लाइन में लगे किसान की दुखद मौत
टीकमगढ़ में खाद लेने के लिए लाइन में लगे एक 52 वर्षीय किसान की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। किसान तीन दिन से खाद के लिए गोदाम के चक्कर काट रहा था। खाद ...और पढ़ें

किसान की मौत (प्रतीकात्मक फोटो)
डिजिटल डेस्क, ग्वालियर। प्रदेश के टीकमगढ़ शहर में बड़ौराघाट गोदाम पर खाद लेने के लिए कतार में लगे 52 वर्षीय किसान की सोमवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जा गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
मामले को लेकर कलेक्टर विवेक श्रोतिय ने देर शाम गोदाम का निरीक्षण किया। खाद की समस्या को लेकर बल्देवगढ़, खरगापुर में किसानों ने चक्काजाम भी किया, ऐसे में कलेक्टर ने सभी जगह निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
कारी बजरुआ गांव निवासी 52 वर्षीय जमुना कुशवाहा सोमवार सुबह टीकमगढ़ तहसील स्थित बडौराघाट गोदाम पर यूरिया खाद लेने गए थे, जहां उन्हें चक्कर आया और उल्टियां आने लगीं। मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने किसान को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया। शाम को उनकी मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम करने वाले डा. दीपक ओझा ने बताया कि शार्ट पीएम रिपोर्ट में कार्डियक अटैक के संकेत मिले हैं।
स्वजन ने बताया कि जमुना बीते तीन दिन से लगातार खाद के लिए बडौरा घाट गोदाम के चक्कर लगा रहे थे। तमाम कोशिशों के बावजूद खाद नहीं मिल पा रहा था। इसको लेकर जमुना काफी परेशान थे।
खाद की किल्लत को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन
जिले में खाद की किल्लत को लेकर लगातार ही चक्काजाम, ज्ञापन जैसे मामले सामने आ रहे हैं। जहां खाद नहीं मिलने से आक्रोशित किसान चक्काजाम कर रहे हैं, तो अधिकारियों की घेराबंदी करने से भी नहीं चूक रहे हैं। सोमवार को जिले के बल्देवगढ़ व खरगापुर में चक्काजाम किया गया, तो पलेरा में किसानों ने धरना दिया।
सोमवार को सुबह से ही काफी संख्या में किसान एकत्र होकर तहसील कार्यालय पहुंचे जहां पर खाद उपलब्ध कराने के लिए नारेबाजी की गई।

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