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    विश्‍व क्षय दिवस: मध्‍य प्रदेश में टीबी के सबसे ज्यादा मरीज छतरपुर के बाद भोपाल में

    By Priti JhaEdited By:
    Updated: Thu, 24 Mar 2022 11:20 AM (IST)

    आज विश्‍व क्षय दिवस है। भोपाल में इस साल अभी तक छह हजार मरीज मिल चुके हैं जबकि 2021 में साल भर में 10736 मरीज मिले थे। 2020 में मरीजों की संख्या 8245 थी।इसका एक कारण यह भी था कि कोरोना की वजह से मरीजों की जांच ही नहीं हुई।

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    मध्‍य प्रदेश में टीबी के सबसे ज्यादा मरीज छतरपुर के बाद भोपाल में

    भोपाल, जेएनएन। मध्‍य प्रदेश में छतरपुर के बाद टीबी के सबसे ज्यादा मरीज भोपाल में मिल रहे हैं। भोपाल में इस साल अभी तक में छह हजार मरीज मिल चुके हैं, जबकि 2021 में पूरे साल भर में 10,736 मरीज मिले थे।यह स्थिति पिछले तीन सालों से है। इसकी बड़ी वजह यह है कि भोपाल में दूसरे जिलों के लोग भी जांच कराने के लिए आते हैं। दूसरी बात यह है कि टीबी के नए मरीजों की पहचान के लिए जांचें अन्य जिलों के मुकाबले ज्यादा की जाती हैं। अनुमान के अनुसार प्रति लाख आबादी पर टीबी के 216 मरीज होते हैं, लेकिन हकीकत इससे दोगुने मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में साफ है कि कई जिलों में जांचों की संख्या कम होने की वजह से नए मरीजों की पहचान नहीं हो पा रही है।

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    गौरतलब है कि आज विश्‍व क्षय दिवस है। भोपाल में इस साल अभी तक में छह हजार मरीज मिल चुके हैं, जबकि 2021 में पूरे साल भर में 10,736 मरीज मिले थे। 2020 में मरीजों की संख्या 8245 थी। इसका एक कारण यह भी था कि कोरोना की वजह से मरीजों की जांच ही नहीं हुई।

    भोपाल जिला क्षय अधिकारी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि भोपाल में मरीजों की संख्या ज्यादा है। दरअसल, हम मरीजों की पहचान करने के लिए अभियान चलाते हैं। टीबी मरीजों के स्वजन की जांच करते हैं। ज्यादा जांचों की वजह से मरीजों की संख्या ज्यादा रहती है। नियमित इलाज से करीब छह महीने में मरीज ठीक हो जाते हैं।

    जीएमसी छाती व श्वास रोग विभाग टीबी के मरीज बढ़े नहीं हैं। हकीकत यह है कि पिछले सालों में कोरोना संक्रमण की वजह से मरीज खुद भी जांच कराने के लिए अस्पताल नहीं पहुंचे। इसके अलावा कर्मचारी भी कोरोना संबंधी कार्यों में लगे रहे, इस कारण मरीजों की पहचान नहीं हो पाई। इसी कारण मरीजों की संख्या 2020 में कम रही है। यह धारणा भी है जिन मरीजों को कोरोना हुआ है, उन्हें टीबी ज्यादा हो रही है, पर ऐसा नहीं है।

    प्रदेश में मिले टीबी के मरीज

    वर्ष-- सरकारी अस्पताल- निजी अस्पताल

    2021----1,11,108---55,979

    2020--1,04,685---33,321

    भोपाल में मिले टीबी के मरीज

    वर्ष-- सरकारी अस्पताल-- निजी अस्पताल

    2021---- 6136 --- 4650

    2020 -- 4702 --- 3543