Chhindwara News: छिंदवाड़ा में निर्माणाधीन कुआं धंसने से महिला समेत तीन मजदूरों की मौत, परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में मंगलवार को हुए हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई। बता दें कि बीते मंगलवार (14 जनवरी) को एक निर्माणाधीन कुआं धंस गया था। इस दौरान हादसे में तीन मजदूर मलबे में दब गए जिन्हें बचाया नहीं जा सका। मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रात से ही रेस्क्यू ऑपरेशन जारी था। लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी।

एएनआई, छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में करीब 22 घंटे चलाए रेस्क्यू के बाद भी निर्माणाधीन कुंए में गिरे मजदूरों की जान नहीं बचाई जा सकी। सीएम मोहन यादव ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और स्वजनों को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा दिया है।
जिले के ग्राम खूनाझिरखुर्द में एक निजी जमीन पर मंगलवार शाम को पुराने कुएं के गहरीकरण के दौरान मिट्टी धंसक गई थी, जिसमें 6 मजदूर फंस गए थे 3 को तो सुरक्षित निकल लिए गया लेकिन 3 लोगों की मौत हो गई।
रेस्क्यू ऑपरेशन में नहीं मिली सफलता
मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रात से ही रेस्क्यू ऑपरेशन जारी था। पोकलेन और 2 जेसीबी की मदद से कुएं में सामने गड्ढा खोदा गया। पैरेलल सुरंग बनाकर मजदूरों को निकालने की कोशिश भी गई। लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी।
छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने बताया कि कल शाम 4 बजे से कुआं ढहने से दबे मजदूरों को निकालने का काम जारी है। दो अर्थमूविंग मशीनें लगाई गई हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं। मलबे में 2 पुरुष और 1 महिला फंसे हुए हैं। डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस यहां मौजूद हैं।
#WATCH | Madhya Pradesh | Operation is underway to rescue three workers buried in a well collapse in Khunajhir Khurd village, Chhindwara pic.twitter.com/BGw3ZBonLg
— ANI (@ANI) January 15, 2025
#WATCH | Chhindwara Collector Sheelendra Singh says, "Operation to rescue labourers buried in a well collapse has been ongoing since 4 pm yesterday. Two earth-moving machines have been deployed. Teams of NDRF and SDRF are engaged in the rescue efforts. 2 men and 1 woman are… pic.twitter.com/cDRb2XllmE
— ANI (@ANI) January 15, 2025
कैसे हुआ हादसा?
छिंदवाड़ा के खुनाझिर खुर्द गांव में एक पुराने कुएं का मलबा निकालकर उसकी मरम्मत की जानी थी। मलबा निकालने के दौरान कुआं धंस गया। कुए में काम कर रहे कुछ मजदूर बाहर निकल आए। लेकिन, तीन अन्य मजदूर मलबे में दब गए, जो मजदूर मलबे में दबे हैं, उनमें एक महिला और दो पुरुष हैं। इनके नाम राशिद, वासिद और शहजादी बताए जा रहे हैं।
कुएं के धंसने की जानकारी मिलते ही गांव के लोग बड़ी संख्या घटनास्थल पर पहुंच गए। मलबा धंसने के दौरान सुरक्षित बाहर निकले मजदूरों ने पुलिस को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
45 मीटर दूर से रैंप बना रही NDRF
रेस्क्यू के बीच-बीच में कुएं का मलबा नीचे गिरने की आवाज सुनकर मजदूरों के परिजन की चिंता बढ़ रही है। NDRF की टीम अब अब कुंए से 45 मीटर दूर से रैंप बना रही है।
हादसे के बाद से ही घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग जमा हैं। इनमें मजदूरों के परिजन शामिल हैं। भोपाल के बैरसिया से छिंदवाड़ा पहुंचे तैयब खान ने कहा, मलबे में फंसा राशिद मेरा भांजा है। मुझे शाम को फोन पर हादसे की जानकारी मिली थी।
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