MP News: गाड़ियों के लिए वीआइपी नंबर लेने का आज आखिरी दिन, इस तरह हर नंबर की होगी अलग कीमत
इस बार नीलामी एक जून से शुरू हो गई है जो आज 7 जून की रात 11.55 बजे तक जारी रहेगी। इस बार नीलामी में 50 तक नंबर बिक सकते है। अगले माह से केंद्र सरकार के वाहन सर्वर पर वाहन पंजीयन का काम होने लगेगा।
इंदौर, जेएनएन । जब भी कोई नई कार या बाइक खरीदता है तो रैंडमली कोई भी नंबर मिल जाता है। लेकिन अकसर आपने कुछ खास नंबर्स यानी वीआइपी नंबर्स वाले वाहनों को देखा होगा, हमारे देश में बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपनी गाड़ी के लिए अपने हिसाब से (लकी नंबर) और वीआइपी नंबर की चाहत रखते हैं। परिवहन विभाग द्वारा वीआइपी नंबरों की बेचने के लिए आयोजित नीलामी आज आखिरी दिन है। आज रात पौने 12 बजे तक बोली लगाकर अपना पंसदीदा नंबर ले सकते है। अब तक 32 नंबरों पर बोली लगी है। इस बार एक्टिवा के कुछ नंबराें पर बोली लगी है, जबकि कार के नंबर 4000 के लिए दो दावेदार बोली लगा रहे है। ज्यादा बोली लगाने वाले को विजयी घोषित किया जाएगा।
मालूम हो कि इस बार नीलामी एक जून से शुरू हो गई है, जो आज 7 जून की रात 11.55 बजे तक जारी रहेगी। इसके बाद रात 12 बजे तक विजेता घोषित कर दिया जाएगा। लेकिन अगर किसी नंबर पर दो दावेदार होंगे तो बोली देर रात तक भी चल सकती है। इसमें हर 15 मिनट पर दावेदार को बोली बढ़ाना पड़ती है। मंगलवार सुबह तक 32 नंबरों पर बोली लगी थी। परिवहन विभाग द्वारा बीते चार सालों से वीआइपी नंबर बेचने के लिए इस आनलाइन नीलामी का सहारा लिया जाता है। इसके लिए माह में दो बार वीआइपी नंबरों की बोली आयोजित की जाती है। हर माह एक से लेकर सात और 15 से लेकर 21 तारीख तक इन नंबरों की नीलामी का आयोजन किया जाता है। जानकारी हो कि इसमें आवेदक किसी भी वीआइपी नंबर की बेस प्राइस की राशि को जमा कर नीलामी में हिस्सा ले सकता है। एक से अधिक दावेदार होने पर ज्यादा बोली लगाने वाले को नंबर दिया जाता है।
जानकारी हो कि अधिकारी उम्मीद कर रहे है कि इस बार नीलामी में 50 तक नंबर बिक सकते है। अगले माह से केंद्र सरकार के वाहन सर्वर पर वाहन पंजीयन का काम होने लगेगा। इसके बाद परिवहन विभाग इंदौर में खाली पड़े 44 हजार नंबरों को बिना बोली के सात हजार रुपयों में बेचने के लिए उपलब्ध करवा देगा। उम्मीद की जा रही है कि आखिरी दिन दावेदार बोली लगाएंगे।
इस बात का रखें ध्यान:
मान लीजिये अगर एक वीआइपी नंबर के लिए बहुत से लोगों में अप्लाई किया है तो उसकी कीमत ज्यादा हो सकती है इतना ही नहीं जो जितनी ज्यादा बोली लगता है वो नंबर उसी को मिलता है।
हर नंबर की अलग कीमत:
किसी भी गाड़ी के साथ RTO की तरफ से रैंडमली नंबर मिलता है जो कि कुछ भी हो सकता है लेकिन अगर किसी को अपना मनपसंद नंबर चाहिये तो नंबर के हिसाब से पैसे देने होते हैं लेकिन यह कीमत अलग-अलग राज्यों में अलग होती है। सभी राज्यों के परिवहन विभाग द्वारा अलग-अलग नंबरों के लिए अलग-अलग कीमत देनी होती है।
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