विदिशा में दो हफ्ते से लापता बेटी को नहीं तलाश पाई पुलिस, पिता ने की आत्महत्या, ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
विदिशा जिले के आमखेड़ा गांव में राजेंद्र सिंह यादव नामक एक व्यक्ति ने अपनी लापता बेटी और पुलिस की निष्क्रियता से तंग आकर आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों ने थानेदार के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो सकता है।

विदिशा के ग्राम आमखेड़ा में नाराज ग्रामीणों को समझाते एडिशनल एसपी डा. प्रशांत चौबे।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रदेश के विदिशा जिले के आमखेड़ा गांव में 45 वर्षीय राजेंद्र सिंह यादव ने अपनी 14 दिनों से लापता बेटी और पुलिस की कथित लापरवाही से आहत होकर आत्महत्या कर ली। मंगलवार सुबह घर की अटारी में वह फंदे से लटके मिले। राजेंद्र की बालिग बेटी को गांव का युवक शिवराज अहिरवार बहला-फुसलाकर ले गया था। 14 नवंबर को शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस सुराग नहीं जुटा सकी।
इस घटना से ग्रामीणों में जबर्दस्त आक्रोश है। उन्होंने मुगलसराय थाना प्रभारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने आरोपी की गिरफ्तारी और उसके सहयोगियों पर एफआइआर के साथ-साथ पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की।
एडिशनल एसपी डा. प्रशांत चौबे ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया और लापरवाही के आरोप में थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह डाबर को हटा दिया। साथ ही सिरोंज एसडीओपी को मामले की जांच सौंपी है।
पुलिस का कहना है कि मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो सकता है, लेकिन 14 दिनों में लड़की का न मिल पाना गंभीर चूक है। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात रहा। एसपी रोहित काशवानी ने कहा कि मामले की जांच सिरोंज एसडीओपी को सौंपी गई है और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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