Satna: चोभरा में सोन नदी के किनारे जलीं 8 चिताएं, पूरे गांव में पसरा रहा मातम; सीधी बस हादसे में हुई थी मौत
सतना जिले में कोल महाकुंभ से लौट रही बसों के मोहनिया टनल को पास हुए दर्दनाक हादसे में रामपुर नैकिन जनपद के चोभरा गांव निवासी आठ लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद से शनिवार को पूरे दिन इस गांव में मातम पसरा रहा। File Photo

सतना, जेएनएन। सतना जिले में कोल महाकुंभ से लौट रही बसों के मोहनिया टनल को पास हुए दर्दनाक हादसे में रामपुर नैकिन जनपद के चोभरा गांव निवासी आठ लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद से शनिवार को पूरे दिन इस गांव में मातम पसरा रहा। गांव से प्रवाहित होने वाली सोन नदी के किनारे जब आठ चिताएं एक साथ जली तो देखने वालों का दिल पसीज गया।
हादसे में शिकार हुए चोभरा निवासी कोल परिवार के पति-पत्नी व पुत्र की एक साथ जोड़कर तीन चिताएं बनाई गई थी, जहां उन्हें मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया गया।
वहीं, इसी गांव में एक घर से ससुर-बहू की अर्थी उठी। मृतकों के अंतिम संस्कार में गांव के लोगों के साथ ही जनप्रतिनिधि व पुलिस की टीम भी उपस्थित रहीं। बता दें कि हादसे में मृत हुए कुल 14 लोगों में सभी सीधी जिले के निवासी हैं, जिसमें आठ रामपुर नैकिन अंतर्गत चोभरा दिग्विजय सिंह गांव के निवासी हैं।
जिसमें छोटेलाल पिता कलवा कोल 61 वर्ष, उनकी पत्नी राजकुमारी 55 वर्ष तथा पुत्र चूड़ामणि कोल 35 वर्ष की मौत हो गई। इसी गांव के जमुना पिता मुड़िया कोल 60 तथा उनकी बहू ममता कोल पति रामटहल 40 वर्ष की मौत हो गई है।
इसके अलावा गांव के मनऊ पिता छोट्टा कोल 60 वर्ष, कुमरिया पति मुन्ना रावत 49 वर्ष तथा मुन्नी पति भीमसेन वैश्य 55 वर्ष शामिल हैं। मृतक चूड़ामणि कोल को उसके 12 वर्षीय पुत्र आशीष कोल द्वारा मुखाग्रि दी गई।
बता दें कि शुक्रवार को सीधी जिले में भीषण सड़क हादसा हो गया था, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं कई लोग घायल हुए थे।
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