Benefits of Yoga: योग करने से पहले पढ़ ले ये नियम, निखरेगा सौन्दर्य और मन रहेगा प्रसन्न
Benefits of Yoga योग के नियमों को जानने और करने से सुखद परिणाम मिलते हैं। बेहतर होगा कि वे किसी गुरु के मार्गदर्शन में ही योग शुर किया जाये। योग के नियम का पालन करने वाला व्यक्ति सुसंस्कृत और अनुशासित रहता है।

इंदौर, जागरण आनलाइन डेस्क। Benefits of Yoga: स्वस्थ शरीर और स्वस्थ दिमाग के साथ स्वस्थ समाज के लिए योग जरूरी है। शारीरिक और मानसिक प्रगति के साथ-साथ आध्यात्मिक प्रगति में योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वर्तमान में बहुत से लोग योग को अपना रहे हैं, लेकिन योग को सही तरीके से, सही समय पर और सही मार्गदर्शन में करने से ही स्वस्थ रह सकता है।
योग विशेषज्ञ डॉ. एके जैन का कहना है कि योग के नियमों को जानने और करने से सुखद परिणाम मिलते हैं। योग कब और कैसे करना है, यह जानना बेहद जरूरी है। यह जानकर अगर योग किया जाए तो इसके और भी फायदे होते हैं। सूर्योदय से पहले, सूर्योदय के समय और उसके कुछ देर बाद योग करना बहुत अच्छा होता है।
दोपहर के समय योग करना गलत है। योगाभ्यास हमेशा खाली पेट करना चाहिए। बहुत से लोग किताबें पढ़कर या वीडियो देखकर योग का अभ्यास करते हैं, लेकिन बेहतर होगा कि वे किसी गुरु के मार्गदर्शन में ही योग शुर किया जाये, क्योंकि योग रोग, शारीरिक स्थिति के अनुसार किया जाता है। कई आसनों के लिए पूरक आसन होते हैं, जिन्हें जानने के बाद ही योग किया जाना चाहिए।
योग को दिनचर्या में शामिल करें
शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव को योग का जनक माना जाता है। द्वापर युग में भगवान कृष्ण ने गीता में अर्जुन को योग का महत्व बताया था, इसलिए कृष्ण को योगेश्वर कहा गया। महर्षि पतंजलि ने योग सूत्रों की रचना की, जिन्हें हम अष्टांग योग के नाम से जानते हैं।
योग का अर्थ केवल आसन नहीं है, योग एक व्यापक विषय है जिसे समझने और करने से न केवल लाभ होता है, बल्कि इसे जीवन में लागू भी करना होता है। योग के नियम का पालन करने वाला व्यक्ति सुसंस्कृत और अनुशासित रहता है। जनकल्याण उनका लक्ष्य बना हुआ है। ऐसे व्यक्ति ही स्वस्थ और सुसंस्कृत समाज का निर्माण करते हैं। वे समाज का मार्गदर्शन करते हैं। योग के माध्यम से हम अपने मन की वृत्ति को नियंत्रित करते हैं।
इन बातों का रखें खास ख्याल
योगाभ्यास की शुरुआत हमेशा हल्के आसन से करें। योगाभ्यास करते समय टाइट कपड़े न पहनें। जिस स्थान पर योग का अभ्यास किया जा रहा हो वह स्थान शांत और हवादार होना चाहिए। शोरगुल वाली जगह पर योग करने से उचित लाभ नहीं मिलेगा।
जब साधक योग के नियमों का पालन करता है, तो उसका विवेक शुद्ध हो जाता है। योग मनुष्य के दोषों को दूर करता है। सदगुणों का हृदय में प्रवेश होता है। ये पवित्रता और दिव्यता की भावना होती है। योग करने से सुंदरता निखरती है और इससे आराम व प्रसन्नता का अनुभव भी होता है।
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