जेएनएन,
भोपाल। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के आह्वान पर अयोध्या में आगामी जनवरी में होने वाले राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के निमित्त मध्यभारत प्रांत के 25 लाख से अधिक परिवारों को निमंत्रण देंगे। इसके लिए श्री राम मंदिर में पूजित अक्षत (पीले चावल) कलश संगठन की दृष्टि से बने हमारे मध्यभारत प्रांत आ चुके हैं।
इन पूजित अक्षत कलश का जिला सह वितरण मंगलवार को गुफा मंदिर लालघाटी से किया गया। इस मौके पर संगठन के 32 जिलों के प्रतिनिधि पूजित अक्षत कलश अपने जिलों में ले जाने के लिए उपस्थित थे।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत प्रचार प्रमुख जितेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक तीर्थ क्षेत्र न्यास के आह्वान पर इस अक्षत निमंत्रण को लेकर, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता अन्य हिंदू संगठनों के साथ मिलकर एक जनवरी से 15 जनवरी के बीच प्रांत के नगर ग्रामों में हिंदू परिवारों तक जाएंगे।
हम भगवान श्रीराम के 14 वर्ष बाद अयोध्या लौटने की खुशी में प्रति वर्ष दिवाली मनाते हैं। इस बार आगामी 22 जनवरी को तो वह दूसरी दीपावली होगी, जब रामजी 500 वर्षों के बाद, भारत की स्वतंत्रता की अमृत बेला में अपने जन्म-स्थान पर लौटेंगे। इसलिए यह आवश्यक है कि विश्व का समस्त हिंदू समाज इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह में प्रत्यक्ष शामिल हो। सब रामभक्तों को तो उस दिन अयोध्या नहीं बुलाया जा सकता।
इसलिए विहिप का आह्वान है कि प्रांतभर के हिंदू अपने मुहल्ले या गांव के मंदिर को ही अयोध्या मानकर वहां एकत्र हों। वहां की परंपरानुसार पूजा-पाठ, आराधना व अनुष्ठान करें। पूज्य संतों द्वारा दिए गए विजय महामंत्र श्रीराम-जय राम-जय जय राम का जाप करें। साथ ही अयोध्या के भव्य-दिव्य कार्यक्रम के सीधे प्रसारण को साक्षात देखें।
आरती में अपना स्वर मिलाए।
प्रसाद बांटें और इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के प्रत्यक्षदर्शी बनकर आनंद मनाएं।
विहिप ने देश को 45 भागों में बांटकर प्रत्येक भाग के लिए 27 जनवरी से 22 फरवरी के बीच में उस भाग के लिए निश्चित दिन अयोध्या पधारने का निवेदन किया है। इसी क्रम मे मध्यभारत प्रांत से दिनांक 17 फरवरी को लगभग 2500 लोगों के दर्शनों की व्यवस्था की गई है।
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गणमान्य नागरिक मौजूद थे
गुफा मंदिर में हुए कार्यक्रम में पूज्य साध्वी महामंडलेश्वर प्रज्ञा भारती, महंत रामदास त्यागी महाराज, महंत अनिलानंद महाराज, महामंडलेश्वर राम भूषण दास महाराज, महंत राधा मोहन दास महाराज, महंत रविन्द्र दास महाराज, सुदेश शांडिल्य महाराज, विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष हुकुमचंद सावला, संघ के प्रांत संघचालक अशोक पांडे, विहिप प्रांत अध्यक्ष पीतांबर राजदेव एवं संघ परिवार के अन्य संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी, समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।