Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राजगढ़ में अजब-गजब आयोजन... बंदर के मृत्युभोज में शामिल हुए हजारों ग्रामीण, दाढ़ी बनवाकर पटेल ने निभाई रस्म

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 07:59 PM (IST)

    राजगढ़ जिले के दरावरी गांव में ग्रामीणों ने एक बंदर की मौत पर अनोखा आयोजन किया। बंदर का अंतिम संस्कार धूमधाम से किया गया और ग्यारहवें दिन विशाल मृत्युभोज का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। ग्रामीणों ने बंदर को हनुमानजी की सेना का सदस्य मानकर सभी रस्में निभाईं। पटेल ने अस्थि विसर्जन के बाद दाढ़ी भी मुंडवाई।

    Hero Image

    बंदर की मृत्यु पर विधि-विधान से अंतिम संस्कार के बाद कराया मृत्युभोज।

    डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रदेश के राजगढ़ जिले में खिलचीपुर के समीपस्थ गांव दरावरी में मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के दरावरी गांव में एक अनोखा और चौंकाने वाला आयोजन चर्चा में है। यहां ग्रामीणों ने बंदर की मौत के बाद न सिर्फ उसकी गाजे-बाजे के साथ अंतिम यात्रा निकाली और दाहसंस्कार किया, बल्कि ग्यारहवें दिन हज़ारों लोगों के लिए मृत्युभोज भी कराया। ग्रामीणों ने बंदर को हनुमानजी की बानर सेना का प्रतीक मानकर पूरा कार्यक्रम पारंपरिक रीति-रिवाज से संपन्न किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गिरने से हुई थी बंदर की मौत

    दरअसल 7 नवंबर को उछल-कूद करते समय एक बंदर की उछल-कूद करने के दौरान गिरकर मौत हो गई थी। अगले दिन मंदिर के पास ग्रामीण डीजे और डोल के साथ बंदर की अंतिम यात्रा निकालते हुए श्मशान पहुंचे, जहां विधि-विधान से उसका अंतिम संस्कार किया गया।

    rajgarh mrityubhoj pangat 215445

    ग्यारहवें दिन अस्थि विसर्जन

    इसके ग्यारह दिन बाद गांव के पटेल बीरमसिंह सौंधिया और पांच पंच सोमवार को बंदर की अस्थियां लेकर उज्जैन पहुंचे। वहां पंडितों द्वारा पूरी विधि के साथ शिप्रा नदी में बंदर का अस्थि विसर्जन किया गया। परंपरा निभाते हुए पटेल ने अपनी दाढ़ी भी मुंडवाई।

    rajgarh mrityubhoj pangat 215446

    मृत्युभोज में उमड़ा सैलाब

    ग्रामीणों ने एक लाख रुपए का चंदा एकत्र कर बंदर के मृत्युभोज का आयोजन किया। इसके लिए पूरी, सब्जी, सेव, नुक्ती और गुलाबजामुन समेत कई व्यंजन बनवाए गए। दरावरी ही नहीं, आसपास के गांवों से भी हजारों लोग भोज में शामिल होने पहुंचे। यह आयोजन पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।