राजगढ़ में वनकर्मी को जान से मारने की धमकी, BJP विधायक पर दबाव डालने का आरोप
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में वन विभाग के अधिकारी को अवैध आरा मशीन सील करने पर जान से मारने की धमकी मिली है। आरोप है कि भाजपा विधायक हजारीलाल दांगी ने कार्रवाई का विरोध किया और पंचनामा फाड़ने को कहा। घटना के आठ दिन बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है, जिसको लेकर सवाल उठ रहे हैं। विधायक ने आरोपों को नकारा है।

जान से मारने की धमकी (प्रतीकात्मक चित्र)
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में राजगढ़। जिले में अवैध आरामिल (आरा मशीन) सील करने पहुंचे वन विभाग के उड़नदस्ता सहायक को जान से मारने की धमकी दी गई। शिकायत में कहा गया है कि खिलचीपुर से भाजपा विधायक हजारीलाल दांगी ने भी कार्रवाई का विरोध करते हुए पंचनामा फाड़ने और वापस लौटने के लिए कहा। हैरानी की बात यह है कि घटना के नौ दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है, जिसको लेकर सवाल उठ रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, 27 अक्टूबर को उड़नदस्ता सहायक मोहनसिंह कालूराम की आरामशीन में कमियां मिलने पर उसे सील करने के लिए छापीहेड़ा पहुंचे थे। इस दौरान संचालक कालूराम ने फोन पर धमकी दी कि अगर वह मौके पर होता तो मोहनसिंह की गर्दन और गुप्तांग कटवा देता।
अगले दिन, 28 अक्टूबर को जीरापुर में महेश (गुड्डा) की मशीन सील किए जाने पर विधायक हजारीलाल दांगी ने कथित तौर पर फोन कर कार्रवाई रोकने, वापस लौटने और पंचनामा फाड़ने के निर्देश दिए। इसके बाद रमेश नामक व्यक्ति ने भी वनकर्मी को “देख लेने” की धमकी दी। बताया जा रहा है कि 4 नवंबर को विधायक के करीबी गब्बर खान उड़नदस्ता कार्यालय पहुंचे और वनकर्मी को धमकाया।
वनकर्मी मोहनसिंह ने इन घटनाओं की लिखित शिकायत कोतवाली थाने में की, लेकिन नौदिन बीत जाने के बाद भी कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
वहीं, जब विधायक हजारीलाल दांगी से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने आरोपों को नकार दिया। उनका कहना है कि मैंने किसी को धमकी नहीं दी। यह व्यक्ति झूठी शिकायतें करने का आदी है। पहले भी विभागीय अधिकारी की शिकायत कर चुका है। मैं रिकार्ड निकलवाकर तथ्यों के साथ जवाब दूंगा।

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