शिकारियों ने करंट से ली 4 साल की बाघिन की जान, नदी किनारे रेत में गड्ढे खोदकर छिपा दिया था शव; दो गिरफ्तार
पकड़े गए दोनों आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि बाघिन की करंट लगने से मौत हो गई तो डर के कारण घटनास्थल से करीब 300 मीटर दूर ले जाकर गोपद नदी के किनारे रेत में गड्ढा खोदकर शव को छिपा दिया और घर चले गए।
सीधी, जेएनएन। मध्य प्रदेश संजय टाइगर रिजर्व की बाघिन टी - 32 की करंट में फंसने से मौत हो गई है। बाघिन उम्र करीब 4 साल रही है। शिकारियों के नापाक इरादों ने बाघिन की जान ले ली। उन्होंने वन क्षेत्र के अंतर्गत राजस्व गांव केरहिया में गोपद नदी के किनारे रेत में दो गड्ढे खोदकर एक में कालर आइडी और दूसरे में बाघिन का शव छिपाया रखा था।
डॉग स्क्वाड की मदद से शव को ढूंढा जा सका
रविवार को रिजर्व दल और डॉग स्क्वाड की सूझबूझ से शव को ढूंढा जा सका। पोस्टमार्टम के बाद बाघिन का दाह संस्कार कर दिया गया। इस घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार कर अन्य की तलाश की जा रही है। सीसीएफ अमित दुबे मौके पर मौजूद रहे।
संजय टाइगर रिजर्व की बाघिन टी-32
आपको बता दें कि संजय टाइगर रिजर्व की बाघिन टी-32 पिछले कई दिनों से बफर जोन में देखी जा रही थी। 10 मार्च की रात करीब 11 बजे आखिरी लोकेशन केरहिया गांव में देखने को मिली थी। इसके बाद लोकेशन नहीं मिलने पर रिजर्व दल का अमला टीम के साथ ढूंढने निकल पड़ा था। रविवार की सुबह गोपद नदी के किनारे रेत में बाघिन का शव मिल गया।
शिकार के लिए ऐसे मार डाला
पकड़े गए दोनों आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने जंगली जानवर के शिकार के लिए बिजली के तार लगाए थे। उनका मकसद बाघ बाघिन का शिकार करना नहीं था। जब बाघिन की करंट लगने से मौत हो गई तो डर के कारण घटनास्थल से करीब 300 मीटर दूर ले जाकर गोपद नदी के किनारे रेत में गड्ढा खोदकर शव को छिपा दिया और घर चले गए।
इसके पहले भी करंट से हो चुकी है मौत
21 नवंबर 2021 को गोपद नदी में ही 12 फीट नीचे बोरे में बंद बाघिन टी 30 का पैर एवं अन्य अंग मिला था। इस बाघिन की भी मौत करंट से हुई थी। 5 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। घटना 7 और 8 नवंबर की रही है।