इंदौर-दाहोद ब्राडगेज नई रेल लाइन प्रोजेक्ट को पुन: शुरू करने की अनुमति, जानें कब से रुका हुआ है काम
Indore-Dahod broad gauge line रेलवे बोर्ड ने दाहोद-इंदौर वाया सरदारपुर-झाबुआ-धार 204.76 किमी लंबी नई रेल लाइन प्रोजेक्ट को पुन शुरू करने की अनुमति दे दी है इस पर वर्ष 2020 में रोक लगाई गई थी। अब इसे शीघ्रता से पूर्ण किया जाएगा।

इंदौर/रतलाम, जेएनएन। रेलवे बोर्ड ने पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल दाहोद-इंदौर वाया सरदारपुर-झाबुआ-धार 204.76 किमी लंबी नई रेल लाइन प्रोजेक्ट को फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी है। इस प्रोजेक्ट को साल 2020 में होल्ड पर रखा गया था। अब इसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इससे इंदौर जैसा बड़ा शहर आदिवासी बहुल क्षेत्र को रेल लाइन से जोड़ सकेगा। साथ ही इस क्षेत्र का सामाजिक और आर्थिक विकास भी होगा।
रतलाम मंडल के अनुसार, इस परियोजना को रेल मंत्रालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2007-08 में 678.54 करोड़ रुपये की लागत से अनुमोदित किया गया था और जून 2012 में, रेलवे बोर्ड ने विस्तृत मूल्यांकन के साथ 1640.04 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी। इस परियोजना की कुल लंबाई 204.76 किमी है। इसमें से 21 किमी गुजरात में और शेष 183.76 किमी मध्य प्रदेश में पड़ता है। परियोजना के दो खंडों इंदौर-राऊ 12 किमी और राऊ-तेही 09 किमी का कार्य क्रमशः जून 2016 और मार्च 2017 में पूरा कर लिया गया है और 21 किमी खंड को चालू कर दिया गया है। मई 2020 से इस कार्य पर रोक लगा इसे बंद कर दिया गया था।
टेंडर प्रक्रिया
रेलवे बोर्ड द्वारा परियोजना को दिसंबर 2021 में फिर से शुरू करने की अनुमति दी गई है। जिस समय यह परियोजना रुकी थी उस समय सुरंगों का निर्माण, छोटे और बड़े पुलों का निर्माण आदि सिविल इंजीनियरिंग के कार्य प्रक्रियाधीन थे। ये सभी काम बंद थे। वर्तमान में रेलवे लाइन के लिए इंदौर से धार जिले के सरदारपुर तक 106.46 किलोमीटर और झाबुआ से दाहोद तक 23.6 किलोमीटर भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है। टीही तथा धार के बीच 46.6 किमी सेक्शन के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है और जून 2024 तक इस सेक्शन को खोलने का लक्ष्य रखा गया है।
यह परियोजना इंदौर-वडोदरा के बीच अतिरिक्त रेल मार्ग और अत्यधिक व्यस्त राजधानी रेल मार्ग नागदा-दाहोद खंड में रेल मार्ग की भीड़भाड़ को कम करने की सुविधा प्रदान करेगी। इस रेल मार्ग से पूरे आदिवासी बहुल क्षेत्र का बहुआयामी विकास होगा, जिसका लाभ यहां के लोगों को मिलेगा। पीथमपुर इंदौर के पास एक विकसित औद्योगिक क्षेत्र है। एक बार पूरा होने के बाद, इसका देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई से सीधा संपर्क होगा, और यह इंदौर-उज्जैन-रतलाम-दाहोद रेल मार्ग से छोटा होगा। यह परियोजना गुजरात के दाहोद जिले और मध्य प्रदेश के तीन जिलों इंदौर, धार और झाबुआ से होकर गुजरेगी।
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