MP News: राजगढ़ में कूड़े के ढेर में गला कटा मिला नवजात शिशु, जांच में जुटी पुलिस
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के पचोर कस्बे में शनिवार को कूड़े के ढेर में एक नवजात बच्ची मिली जिसका गला कटा हुआ था। राहगीरों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी और अधिकारियों को सूचित किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को सिविल अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के मुताबिक बच्चे को मारने के इरादे से नुकीली चीज से घायल किया गया था।

पीटीआई, राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के पचोर कस्बे में शनिवार को कूड़े के ढेर में एक नवजात बच्ची मिली जिसका गला कटा हुआ था। राहगीरों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी और अधिकारियों को सूचित किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को सिविल अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के मुताबिक बच्चे को मारने के इरादे से नुकीली चीज से घायल किया गया था।
सिविल सर्जन डॉ. पीएस परमार के मुताबिक बच्ची के गले पर किसी नुकीली चीज से गहरा घाव किया गया था। नवजात शिशु जो केवल एक से दो दिन का था, उसका शुरू में इलाज किया गया और फिर आगे की देखभाल के लिए राजगढ़ जिला अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। बाद में, बच्चे को आगे के उपचार के लिए भोपाल स्थानांतरित कर दिया गया।
अधिकारियों ने मामला दर्ज कर लिया है और इस दुखद घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर रहे हैं। पचोर थाना प्रभारी अखिलेश वर्मा ने पुष्टि की कि जांच जारी है।
ठेकेदार ने फांसी लगाई, पत्नी की मौत के बाद से दुखी रहता था
भोपाल के हनुमानगंज थाना इलाके के काजी कैंप में रहने वाले 46 वर्षीय वसीम खान ने शुक्रवार रात घर में फांसी लगा ली। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। स्वजन से पूछताछ में पता चला कि पत्नी की मौत हो जाने के बाद से वह अवसाद का शिकार हो गए थे। हनुमानगंज थाने के एसआइ विवेक शर्मा ने बताया कि वसीम घर में एक कमरे में अकेले रहते थे।
मानसिक रूप से काफी परेशान था
घटना के समय उनकी मां पड़ोस में गई थी, जबकि बेटा काम से वापस नहीं लौटा था। रात साढ़े नौ बजे मां घर पहुंची, तो बेटे को फांसी पर लटका देखा। वसीम पहले पुताई का ठेका लिया करते थे। चार वर्ष पहले पत्नी की मौत हो जाने के बाद से वह मानसिक रूप से काफी परेशान रहने लगे थे। इस वजह से काम छोड़ दिया था और कमरे में अकेले रहने लगे थे। संभवत: गहरे अवसाद में चले जाने के कारण वसीम ने इस तरह का कदम उठा लिया।
दो माह के मासूम की मौत, स्वजन ने लगाए आरोप
गंजबासौदा के करीबी ग्राम चौरावर में शनिवार को दो माह के एक मासूम की तबियत बिगड़ने के बाद अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। स्वजन का आरोप है कि टीका लगाने के बाद बच्चे की तबियत बिगड़ी थी। क्षेत्र के बीएमओ डा. प्रमेंद्र तिवारी का कहना है कि टीका लगाने से बच्चे की मौत का कोई संबंध नहीं है। मौत की वजह के लिए शव का पोस्ट मार्टम कराया गया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम चौरावर में एक दिन पहले शुक्रवार को ग्राम चौरावर में स्वास्थ्य विभाग के अमले ने पांच बच्चों का टीकाकरण किया था। इस दौरान बच्चों को पेंटावन का टीका और पोलियो की खुराक दी गई थी। इसके बाद चरणसिंह के दो माह के पुत्र की तबियत अचानक बिगड़ गई। उसे तत्काल अस्पताल लाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। चरणसिंह का आरोप था की टीका लगाने के कारण बच्चे की मौत हुई है।
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