Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    New Covid Variant Update: कोरोना के जेएन-1 वेरियंट को लेकर हाई अलर्ट, अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन तैयार

    By Jagran News Edited By: Paras Pandey
    Updated: Sat, 23 Dec 2023 03:14 AM (IST)

    कोरोना के नए वेरियंट को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने को कहा दिया है। सर्दी जुकाम निमोनिया वाले मरीजों को एहतियात के साथ स्वास्थ्य परीक्षण करने को कहा गया है। रैपिड और आरटीपीसीआर की जांच मेडिकल कालेज में होगी। हालांकि जांच के लिए अभी किट उपलब्ध नहीं हो पाई है। विभाग द्वारा जिले भर के लिए करीब 500 टेस्ट किट की मांग की गई है।

    Hero Image
    स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले भर के लिए करीब 500 टेस्ट किट की मांग की गई है।

    जेएनएन, सागर। कोरोना के नए वेरियंट को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने को कहा दिया है। सर्दी, जुकाम, निमोनिया वाले मरीजों को एहतियात के साथ स्वास्थ्य परीक्षण करने को कहा गया है। रैपिड और आरटीपीसीआर की जांच मेडिकल कालेज में होगी। हालांकि जांच के लिए अभी किट उपलब्ध नहीं हो पाई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सर्दी, जुकाम, बुखार या निमोनिया के लक्षण वाले संदिग्ध मरीजों का एंटीजेन और पॉजिटिव आने पर आरटीपीसीआर टेस्ट करने को कहा गया है। इंफ्लुंएंजा लाइक इलनेस व सेवर एक्युट रिस्पेरेटरी इंफेक्शन के लक्षण वाले मरीजों की कोविड टेस्टिंग के होगी। 

    अस्पतालों में बेड और आक्सीजन की तैयार शुरू

    स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले भर के लिए करीब 500 टेस्ट किट की मांग की गई है। अस्पतालों में आने वाले निमोनिया के मरीजों की टेस्टिंग अनिवार्य की गई है। निमोनिया से ज्यादा पीड़ितों को संदिग्ध सूची में रखने को कहा गया है। कोविड की टेस्टिंग व्यवस्था मेडिकल कालेज में होगी।

    जिला अस्पताल सहित मेडिकल कालेज व बड़े अस्पतालों में सारी व्यवस्थाएं जुटा कर माकड्रील करवाई जा रही है। जिले भर के सेक्पलों की टेस्टिंग बुंदेलखंड मेडिकल कालेज की लेब में एंटीजेन व आरटीपीसीआर टेस्ट की व्यवस्था की गई है। निजी अस्पतालों को भी कम से कम 10 बेड आरक्षित रखने को कहा गया है।

    वहीं जिला अस्पताल, निजी अस्पताल और विकासखंड की अस्पतालों में आक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। नए वेरियंट के लक्षण मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॅा.ममता तिमोरी ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा जांच रैपिड और आरटीपीसीआर की हो। संदिग्ध मरीजों के नमूनों की जिनोम सिकवेंसी के लिए लेबोरेटरी में भेजने को कहा है। कोरोना का नया वैरिएंट बच्चों के लिए खतरनाक माना जा रहा है।

     ये इम्यून सिस्टम को चकमा देता है। जेएन-1 सब वैरिएंट के लक्षण सिर में दर्द। बुखार लगातार खांसना, नाकबंद या जाम हो जाना, नाक का बहना, दस्त, पेट दर्द है। नए वैरिएंट को काफी खतरनाक माना जा रहा है। इसके लक्षण पिछले वैरिएंट की तरह ही है।

    जेएन-1 सार्स कोविड 2 का एक उप प्रकार है। डिसीज कंट्रोल एंड प्रोवेशन सेंटर (सीडीसी) के मुताबिक कोरोना का यह सब वैरिएंट ओमिक्रान सब वैरिएंट एसए 2.06 का वंशज हैं, जिसे पिरोना भी कहा जाता है।