MPBSE: अब आसानी से नहीं मिलेगी 11वीं में गणित, 10वीं में ही देनी होगी एक और परीक्षा; पढ़ें नया नियम
इस साल एमपी बोर्ड बोर्ड परीक्षा 25 फरवरी 2025 से शुरू हो रही है। एमपी कक्षा 10वीं बोर्ड परीक्षा में 9.43 लाख परीक्षार्थी शामिल होने वाले हैं। परीक्षा से पहले एमपी बोर्ड ने नया नियम जारी कर दिया है। इसके बाद अब कक्षा 11वीं में गणित लेने के लिए विद्यार्थियों को कक्षा 10वीं में एक अतिरिक्त पूरक परीक्षा देनी होगी।
जेएनएन, भोपाल। नई शिक्षा नीति की एक व्यवस्था ने मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) की 10वीं परीक्षा में बैठ रहे विद्यार्थियों को दोहरी परीक्षा (MP Board Exam) में डाल दिया है। हायर सेकेंडरी में गणित विषय (MP Board Math Exam) पढ़ने की इच्छा रखने वालों को 10वीं की मुख्य परीक्षा पास करने के बाद एक पूरक परीक्षा भी देनी होगी। इसमें पास होने के बाद ही वे 11वीं में गणित विषय के साथ पढ़ाई कर पाएंगे।
नौवीं कक्षा में लागू किया गया नियम
नये नियमों के मुताबिक 11वीं में गणित पढ़ने की इच्छा रखने वालों को विशिष्ट गणित से 10वीं की परीक्षा पास होना जरूरी है। विशिष्ट गणित नाम का यह विषय मध्य प्रदेश के 10वीं के विद्यार्थियों ने पढ़ा ही नहीं है, क्योंकि अभी तक इस नाम का कोई विषय मंडल के ही पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं था। इसे इस साल नौवीं में लागू किया गया है। अगले साल जो विद्यार्थी 10वीं बोर्ड में जाएंगे उन्हें इस कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।
पास करनी होगी 10वीं की पूरक परीक्षा
अभी तक मध्य प्रदेश बोर्ड के हाइस्कूल में गणित का एक ही विषय था, जो विशिष्ट स्तर का बना हुआ है। 11वीं में गणित लेने वाले यही पढ़कर उसमें प्रवेश पाते थे। अब मंडल की ओर से कहा गया है कि 11वीं में गणित पढ़ना चाहते हैं तो 10वीं पास करने के बाद 10वीं विशिष्ट गणित की एक और परीक्षा पास करनी होगी। इसके लिए मंडल पूरक परीक्षा कराएगा।
कब होगी एमपी बोर्ड परीक्षा 2025
इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अनुसार 10वीं का परिणाम आने के बाद विद्यार्थियों को पूरक परीक्षा में विशिष्ट गणित विषय के लिए आवेदन करना होगा। इस साल बोर्ड की परीक्षा 25 फरवरी से शुरू हो रही है। इस बार 10वीं बोर्ड परीक्षा में 9.43 लाख और 12वीं में सात लाख परीक्षार्थी शामिल होने वाले हैं।
इस व्ययस्थ से छात्रों को मिलेगा लाभ
यह व्यवस्था नई शिक्षा नीति के अनुरूप है। अभी तक गणित एक ही विषय था जो स्टैंडर्ड स्तर का था। इसी परीक्षा से 11वीं गणित में भी प्रवेश मिलता था। अब नौंवी कक्षा से गणित को सामान्य और विशिष्ट दो हिस्सो में बांट दिया है। विशिष्ट पढ़ने वाला ही 11वीं गणित में प्रवेश पाएगा। इस व्यवस्था से विद्यार्थी शुरू से ही अपन पढ़ाई का क्षेत्र चुन पाएगा। केडी त्रिपाठी, सचिव,माशिमं
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