'हाजिरी के लिए पेड़ पर नहीं चढ़ सकता... टावर लगवा दो', MP में ई-अटेंडेंस से बचने शिक्षकों के अजीबोगरीब तर्क
मध्य प्रदेश में सरकारी शिक्षकों के लिए ऑनलाइन उपस्थिति अनिवार्य होने के बाद कई शिक्षकों ने अजीब तर्क दिए हैं। कुछ शिक्षकों ने नेटवर्क समस्या का हवाला देते हुए स्कूल में टावर लगवाने की मांग की है, तो कुछ ने निजी मोबाइल होने की बात कही है। शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं होने पर वेतन काटने की चेतावनी दी है।

ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने का शिक्षक विरोध कर रहे हैं। (प्रतीकात्मक चित्र)
डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रदेश के सरकारी शिक्षकों को जुलाई से हमारे शिक्षक एप के माध्यम से आनलाइन उपस्थिति लगाना अनिवार्य किया गया है।उसके बाद भी कई शिक्षक आनलाइन हाजिरी नहीं लगाने की जिद पर अड़े हैं। इसके लिए बहानेबाजी का अंतिम शस्त्र इस्तेमाल किया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारियों ने जिन शिक्षकों को हाजिरी नहीं लगाने पर नोटिस जारी किया है, उनके जवाब आने लगे हैं। अशोकनगर जिले के एक शिक्षक ने जवाब में लिखा है कि वह स्कूल की छत या पेड़ पर चढ़कर आनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में असमर्थ है। इस कारण स्कूल परिसर में टावर लगाया जाए।
नीचे नहीं मिलता नेटवर्क
अशोकनगर जिले के शासकीय प्राथमिक स्कूल परासरी के शिक्षक नरेश सिंह रघुवंशी ने लिखा है कि 11 नवंबर को ई-अटेंडेंस लगाने का खूब प्रयास किया, लेकिन नीचे से आनलाइन हाजिरी नहीं लग पा रही है। इस कारण स्कूल परिसर में मोबाइल टावर लगवाने की कृपा करें। जिससे मेरा और पूरे ग्राम पंचायत क्षेत्र का मोबाइल नेटवर्क चल सके।
निजी मोबाइल, सार्वजनिक काम नहीं
जबलपुर जिले के शासकीय उमावि महाराजपुर के उच्च माध्यमिक शिक्षक ज्योति पांडे ने नोटिस के जवाब में लिखा कि यह मेरा निजी मोबाइल है, इसलिए इससे आनलाइन उपस्थिति नहीं लगा सकती। मैं इससे फोटो भी अपलोड नहीं कर सकती हूं। अपनी निजी जानकारी नहीं दे सकती हूं। वहीं पन्ना जिले के शिक्षक संतोष साहू ने जवाब में लिखा है कि नेटवर्क नहीं मिल रहा है। इस कारण आनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं करा सकते हैं।
उच्च न्यायालय के आदेश के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने सख्त निर्देश दिए हैं कि इस महीने से अगर आनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं की गई तो वेतन काटा जाएगा। इसके बाद भी 52 प्रतिशत शिक्षक, 51 प्रतिशत प्राचार्य ही आनलाइन उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। 92 प्रतिशत अतिथि शिक्षकों ने हाजिरी लगाना शुरू कर दिया है।
भोपाल जिले में ई-अटेंडेंस को लेकर सख्ती
भोपाल जिले के स्कूलों के ई-अटेंडेंस की अनिवार्यता की सख्ती पर जिला शिक्षा अधिकारी एनके अहिरवार ने आदेश जारी किए हैं। जारी आदेश में प्राचायों से कहा गया है कि आपके अपने अधीनस्थ सभी शिक्षकों को ई-अटेंडेंस के माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराया जाना सुनिश्चित करें। साथ में प्रतिदिन ई-अटेंडेंस की प्रगति की समीक्षा करें। आगामी माह का वेतन ई-अटेंडेंस के आधार पर ही दिया जाएगा। शिक्षकों की उपस्थिति के लिए संकुल प्राचार्य एवं संबंधित शिक्षक उत्तरदायी होंगे।
हमारे शिक्षक एप में कोई समस्या नहीं है। कुछ जिलों में नेटवर्क की समस्या की जानकारी मिली थी, लेकिन उसका भी निरीक्षण जरूरी है। इस माह का वेतन आनलाइन उपस्थिति पर ही दिया जाएगा।
- केके द्विवेदी, संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय

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