Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भोपाल में सड़क दुर्घटनाओं पर लगेगी लगाम, ब्लैक के बाद अब रेड और हॉट स्पाट भी किए जाएंगे चिह्नित

    Updated: Thu, 05 Jun 2025 04:52 PM (IST)

    भोपाल में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए अब हर जिले में रेड स्पॉट और हॉट स्पॉट चिह्नित किए जाएंगे। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने लापरवाही से गाड़ी चलाने वालों के ड्राइविंग लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। 2024 में प्रदेश में 14 हजार लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई।

    Hero Image
    सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए नियम सख्त। (फाइल फोटो)

    जेएनएन, भोपाल। प्रदेश भर में सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए अब सभी जिलों में रेड स्पाट और हाट स्पाट भी चिह्नित किए जाएंगे। इसके लिए मापदंड निर्धारित किया जा रहा है। यह ऐसे स्थान होंगे जहां सड़क दुर्घटनाएं अधिक होती हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तीन माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस होगा निलंबित

    मुख्य सचिव अनुराग जैन ने हाल ही में जिला सड़क सुरक्षा समितियों (डीआरएससी) की बैठक में यह निर्देश दिए हैं। लापरवाही से वाहन चलाने वालों का तीन माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन करने के नियम का कड़ाई से पालन किया जाएगा।

    उन्होंने सभी जिलों के कलेक्टरों को रोड सेफ्टी प्लान बनाने के लिए कहा है। बता दें कि वर्ष 2024 में प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में 14 हजार लोगों की मौत हुई है। कुल 56 हजार सड़क दुर्घटनाओं में लगभग इतने ही लोग घायल हुए हैं।

    रेड स्पॉट चिह्नित करने का ये होगा लाभ

    पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि रेड स्पाट और हाट स्पाट चिह्नित करने का लाभ यह होगा कि जिला सड़क संरक्षा समितियां यहां दुर्घटनाओं का कारण जानकार उन्हें दूर करने का प्रयास करेंगी। इसमें सभी संबंधित विभागों का सहयोग लिया जाएगा। कलेक्टरों की निगरानी में यह काम होंगे।

    बता दें, दुर्घटना के लिए रेड स्पाट ऐसा स्थान होता है जहां सड़क दुर्घटनाएं अन्य स्थानों की तुलना में अधिक हो रही हैं। इसमें दुर्घटनाओं की संख्या और गंभीरता को लिया जाता है। हाट स्पाट से मतलब जिले के बड़े क्षेत्र से है जहां सड़क दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं। जैसे कोई कस्बा, कालोनी आदि।

    प्रदेश में अभी तक मात्र ब्लैक स्पाट चिह्नित किए जा रहे थे। इसमें सड़क में आधा किमी के क्षेत्र में एक वर्ष में पांच गंभीर दुर्घटनाओं में 10 या इससे अधिक लोगों की मृत्यु होने वाले क्षेत्र को चिह्नित किया जाता है। यह भी बड़ी चुनौती है प्रदेश में वर्ष 2021 में 395 ब्लैक स्पाट थे जो अब 480 तक पहुंच गए हैं।