MP News: 45 जिलों के अध्यक्ष के नामों पर बनी सहमति, 15 जिले होल्ड कर सकती है भाजपा
मध्य प्रदेश में 15 जिलों को लेकर बीजेपी ने रविवार को एक बार फिर मंथन किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत शर्मा ने पार्टी कार्यालय में इन जिलों को जिलाध्यक्ष को लेकर मंथन किया। माना जा रहा है कि बीजेपी ने 60 संगठनात्मक जिलों में से 45 जिले फाइनल कर दिए हैं। अन्य 15 जिलों को बीजेपी होल्ड में रख सकती है।
जेएनएन, भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा के 15 जिला अध्यक्षों को लेकर रविवार को एक बार फिर मंथन हुआ। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत शर्मा ने प्रदेश कार्यालय में इन जिलों को लेकर मंथन किया। ये वे जिले हैं जहां सांसद विधायकों का राजनीतिक दबाव अधिक है।
15 जिलों को होल्ड करेगी बीजेपी
भाजपा ने 60 संगठनात्मक जिलों में से 45 जिले फाइनल कर दिए हैं। 15 जिलों को भाजपा होल्ड कर सकती है। सबसे अधिक चुनौती इंदौर, जबलपुर, नरसिंहपुर, सागर, सतना सहित अन्य जिलों को लेकर है। वहीं एक से डेढ़ साल वाले जिला अध्यक्ष रिपीट किए जा सकते हैं। इनमें युवाओं और अनुभवियों को मौका दिया जाएगा।
बड़े शहरी जिलों की कमान महिला नेत्रियों के हाथ
हालांकि, चार साल से अधिक समय वाले जिला अध्यक्ष रिपीट नहीं किए जाएंगे। तय फार्मूले के तहत चार से पांच सीटों पर महिला नेत्रियों को जिला अध्यक्ष बनाया जाएगा। इनमें बड़े शहरी जिलों की कमान महिला नेत्रियों को दी जा सकती है। जिला अध्यक्षों की सूची लगभग फाइनल हो गई है। दिल्ली से स्वीकृति के बाद इसे जारी कर दिया जाएगा।
इन जिलों में सबसे ज्यादा खींचतान
बता दें कि सागर, इंदौर ग्वालियर और जबलपुर में खींचतान, राजनीतिक समीकरण बैठाने का प्रयास बड़े शहरी जिले सागर, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में जिला अध्यक्ष को लेकर खींचतान मची हुईं हैं। सागर में तो पूर्व मंत्री व विधायक गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और विधायक शैलेंद्र जैन अपने-अपने चहेतों को जिला अध्यक्ष बनाने का पार्टी पर दबाव भी बना रहे है।
इंदौर में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सुमित्रा महाजन का दबाव है। ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने चहेतों को जिला अध्यक्ष बनवाने के लिए लगे हुए हैं तो जबलपुर में भी जिला अध्यक्ष को लेकर खींचतान मची है। नरसिंहपुर में जिला अध्यक्ष को लेकर यही हाल है।
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