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    MP Longest Ring Road: तीन हजार करोड़ की लागत से निर्मित होगा MP की सबसे लंबी रिंग रोड, गड़करी करेंगे भूमिपूजन

    By Jagran NewsEdited By: PRITI JHA
    Updated: Wed, 02 Nov 2022 11:19 AM (IST)

    12 किलोमीटर लंबी इस रिंग रोड की लागत तीन हजार करोड़ रुपये है। इसे अगले 50 साल के विकास को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। प्रस्तावित इस परियोजना निर्माण के लिए लगभग 550 हेक्टेयर भूमि का अर्जन लगभग तीन करोड़ की लागत से किया जाएगा।

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    MP Longest Ring Road: तीन हजार करोड़ लागत से निर्मित होगा मध्य प्रदेश की सबसे लंबी रिंग रोड गड़करी करेंगे

    जबलपुर, जागरण ऑनलाइन डेस्क। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी मध्य प्रदेश की सबसे लंबी रिंग रोड का सात नवंबर को भूमिपूजन करेंगे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जबलपुर में अल्प प्रवास के दौरान सांसद निवास पर जबलपुर में बहुप्रतीक्षित फ्लाईओवर, रिंग रोड, जबलपुर - अमरकंटक रोड को राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने की मांग की थी, जिसके फलस्वरूप गडकरी द्वारा तत्काल सभी मांगों की सैद्धांतिक स्वीकृति भी प्रदान की गई थी।

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    112 किलोमीटर लंबी इस रिंग रोड की लागत तीन हजार करोड़

    सांसद राकेश सिंह के अनुसार 112 किलोमीटर लंबी इस रिंग रोड की लागत तीन हजार करोड़ रुपये है। इसे अगले 50 साल के विकास को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। मालूम हो कि प्रस्तावित परियोजना लगभग तीन हजार करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली इस परियोजना निर्माण के लिए लगभग 550 हेक्टेयर भूमि का अर्जन, लगभग तीन करोड़ की लागत से किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री इस दौरान दमोहनाका फ्लाईओवर विस्तार वाले हिस्से का भी भूमिपूजन करेंगे।

    छह राष्ट्रीय राजमार्ग जबलपुर शहर में आकर मिलते

    जानकारी हो कि रिंग रोड में सभी दिशाओं में राष्ट्रीय राजमार्गाे से घिरा हुआ हैं, एवं छह राष्ट्रीय राजमार्ग जबलपुर शहर में आकर मिलते हैं। प्रस्तावित 112 किमी लंबाई की बाहरी रिंग रोड इन सभी राष्ट्रीय राजमार्गाे को इंटर कनेक्टिीविटी प्रदान करते हुए, जबलपुर शहर के अंदर भारी वाहनों के दबाव को कम करेगी एवं सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।  

    तकनीक और सुंदरता की मिसाल

    ऐसा माना जा रहा है कि इसके बनने के बाद जबलपुर शहर में आवश्यक यातायात के बोझ को कम किया जा सकेगा। रिंगरोड को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ क्लोज्ड टोलिंग की पद्धति पर निर्मित किया जाएगा एवं यातायात की निगरानी हेतु पूर्ण मार्ग पर, कैमरे आदि के प्रविधान किए गए हैं। रिंग रोड में नर्मदा नदी पर पर प्रस्तावित दोनों ही पुलों को स्टेट आफ आर्ट टेक्नालाजी के तहत् आइकानिक ब्रिज के रूप में प्रस्तावित किया गया है। यह तकनीक और सुंदरता की मिसाल होंगे साथ ही भेड़ाघाट के समीप बनने वाले पुल पर, होटल एवं रोपवे का प्रविधान भी किया गया है।

    जबलपुर के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी

    राकेश सिंह के अनुसार जबलपुर की बढ़ती आबादी के कारण यातायात के दबाब को कम करने के साथ साथ जबलपुर के सर्वांगीण विकास के लिए जरूरी था कि शहर के चारों ओर एक बड़ी रिंग रोड बने और इसके लिए प्रयास हुए। जबलपुर में बनने वाली यह रिंग रोड प्रदेश की सबसे बड़ी रिंग रोड होगी।

    रिंग रोड का निर्माण चार लेन अनुसार किया जाएगा एवं सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये, प्रस्तावित रिंग रोड एक्ससेस कंट्रोल पद्धति के आधार पर निर्मित की जाएगी। परियोजना के अंतर्गत आठ बड़े पुल, 38 छोटेपुल, 264 छोटी पुलियों, तीन आरओबी एक वैडक्ट, सात फ्लाईओवर, एक ओवरपास, 30 अंडरपास, निर्मित किया जाना प्रस्तावित हैं। इसके दोनों ओर, दो लेन चौड़ी सर्विस रोड़ निर्मित की जाएंगी। राकेश सिंह ने कहा कि परियोजना के अंतर्गत, पर्यावरण संरक्षण हेतु सड़क के मध्य और किनारों पर दो लाख पौधे लगाए जाएंगे, भू-जल के संधारण के लिये 448 वर्षा जल संग्रहण प्रणाली लगाई जाएंगी।