MP Crime: मध्य प्रदेश में चार लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म, सात दरिंदों ने दिया घटना को अंजाम
मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में शादी से लौट रही तीन लड़कियों और एक महिला के साथ छह वयस्कों और एक नाबालिग ने सामूहिक बलात्कार किया। पुलिस ने कहा कि लड़कियों के साथ मौजूद आदमी को धमकाया गया और भगा दिया गया। हमने छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और नाबालिग को हिरासत में लिया है। सभी गिरफ्तारियां सूचना मिलने के छह घंटे के भीतर की गईं।

जेएनएन, बालाघाट। मध्य प्रदेश के बालाघाट से एक बेहद सनसनीखेज वारदात सामने आई जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। बालाघाट जिले के हट्टा थाना क्षेत्र में 23 अप्रैल की रात शादी समारोह से लौट रही चार आदिवासी किशोरियों के साथ सात लोगों ने जंगल में सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपियों में छह वयस्कों और एक नाबालिग है।
पीड़िताओं में तीन नाबालिग और एक बालिग
पीड़िताओं में तीन नाबालिग और एक बालिग हैं। हट्टा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छह घंटे में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। घटना ने आदिवासी समाज सहित सर्व समाज में आक्रोश पैदा कर दिया है।
विवाह समारोह से लौटते समय वारदात
23 अप्रैल को पीड़ित किशोरियां (उम्र 15 से 21 वर्ष) एक गांव में शादी समारोह में शामिल हुई थीं। कार्यक्रम में आरोपी भी मौजूद थे। रात करीब दो बजे, भोजन और डांस के बाद किशोरियां अपने भाई और एक सात साल की बच्ची के साथ जंगल के रास्ते पैदल गांव लौट रही थीं।
इस दौरान शराब के नशे में धुत सात आरोपी, जिनमें दो सगे भाई और एक नाबालिग शामिल था दो मोटरसाइकिलों से उनका पीछा करते हुए जंगल पहुंचे।
आरोपियों ने युवक को भगाया
आरोपियों ने किशोरियों के साथ मौजूद 25 वर्षीय युवक को डरा-धमकाकर भगा दिया। सात साल की बच्ची को बगल में बैठा दिया। उसके बाद उन्होंने किशोरियों के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म की घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। घटना की सूचना शुक्रवार दोपहर पुलिस को मिली, जिसके बाद तत्काल कार्रवाई शुरू हुई।
पुलिस की तुरंत कार्रवाई
हट्टा पुलिस ने सूचना मिलते ही आईजी संजय कुमार, एसपी नगेंद्र सिंह और एएसपी विजय डावर के नेतृत्व में कार्रवाई शुरू की। छह घंटे में सभी सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। मामला भारतीय न्याय संहिता, पॉक्सो एक्ट और एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज किया गया है।
आदिवासी समाज में आक्रोश
घटना के बाद सर्व आदिवासी संगठन और स्थानीय लोग हट्टा थाना पहुंचे। आदिवासी नेता भुवन सिंह कोराम ने आरोपियों को कड़ी सजा की मांग की। पुलिस अधीक्षक नगेंद्र सिंह ने कहा कि प्रकरण को चिन्हित कर पीड़िताओं को त्वरित न्याय दिलाया जाएगा।
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