MP News: सीएम शिवराज ने टीम मध्यप्रदेश का जताया आभार, कहा- सभी विभागों ने किया जमकर काम
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों का बिगुल बजने वाला है। इसी को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनावी आचार संहिता लागू होने से पहले अपने सभी मंत्रियों सभी विभागों के प्रमुख सचिवों और अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान उन्होंने कोविड जैसे संकट में भी पूरी लगन से काम करने पर टीम मध्यप्रदेश का आभार जताया है।

भोपाल, डिजिटल टीम। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों का बिगुल बजने वाला है। इसी को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनावी आचार संहिता लागू होने से पहले अपने सभी मंत्रियों, सभी विभागों के प्रमुख सचिवों और अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान उन्होंने कोविड जैसे संकट में भी पूरी लगन से काम करने पर टीम मध्यप्रदेश का आभार जताया है।
मुख्यमंत्री ने पौने चार साल की उपलब्धियों पर मंत्रियों और अधिकारियों की मेहनत व तत्परता को लेकर धन्यवाद और बधाई दी। उन्होंने पौने चार साल में शुरू की योजनाओं एवं उपलब्धियों के बारे में चर्चा की। लाड़ली बहना योजना सहित जन कल्याणकारी योजनाओं के सफलतम क्रियान्वयन के लिए पूरी टीम को बधाई दी। केन्द्र सरकार की योजनाओं में मध्यप्रदेश के बेहतर प्रदर्शन पर खुशी जाहिर की।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने सभी मंत्रीगण, मुख्य सचिव, सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और विभाग अध्यक्षों को मंत्रालय में संबोधित किया एवं विगत वर्षों की उपलब्धियों को लेकर धन्यवाद दिया। pic.twitter.com/l4Nptdbg52
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) September 26, 2023
वित्त विभाग को दी बधाई
सीएम ने बेहतर वित्तीय प्रबंधन के लिए वित्त विभाग एवं पूरी टीम को बधाई दी। अन्य सभी विभागों के भी कार्यों की प्रशंसा की। मध्यप्रदेश के आगामी विजन और मिशन पर समर्पण के साथ काम करना है। इसी के साथ ही उन्होंने अधिकारियों से कहा कि चुनावी आचार संहिता में गरीब कल्याण और हितग्राही मूलक योजनाएं शिथिल न हों, अनवरत जारी रहे। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए।

सीएम शिवराज ने कहा कि मैं आज अत्यंत प्रसन्न हूं, जितने कठिन समय में हमने यह सरकार संभाली थी और हमने आज जितनी उपलब्धियां हासिल की हैं। वह अद्भुत हैं। जब हम सरकार में आए तब कोविड था। सब जगह डर और परेशानी थी। लोग हताश और निराश थे। उन्होंने कहा कि संभवतः देश में पहली बार होगा कि कई दिन तक मुख्यमंत्री में ही सारे विभाग समाहित थे और प्रदेश में एक ही मंत्री था। कोविड के समय को याद करते हुए सीएम ने कहा कि हमने कोविड से संबंधित 374 से अधिक बैठकें कीं। आज पौने चार साल के कार्यकाल में हमने कई उपलब्धियां हासिल की है। मध्यप्रदेश आज बीमारू और बीमारी (कोरोना) दोनों कलंकों से मुक्त हो गया है तो उसमें आप सभी का एक बहुत बड़ा योगदान है।
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सीएम ने कहा कि पिछले 3 साल 9 महीने में आपने मेरे साथ, मंत्रिमंडल के मेरे सभी साथियों के साथ कदम से कदम मिलाकर और कंधे से कंधा मिलाकर दिन-रात काम किया है। कोरोना का वो भयावह समय याद कीजिए जब हमने रात को दो-दो और तीन-तीन बजे तक बैठक की। इस दौरान हमने प्रदेश में कहीं ऑक्सीजन तो कहीं इंजेक्शन व दवाई की व्यवस्था करवाई। उन्होंने कहा कि बाढ़ और अतिवृष्टि को याद कीजिए जब हमने घंटों सिचुएशन रूम में बैठकर और खेत-खेत तक जाकर फसलों और संकट का जायजा लिया। कोरोना के समय लगभग हर महीने सुबह से शाम तक कलेक्टर कांफ्रेंस और कोरोना से सम्बंधित बैठकें आयोजित कीं। इस दौरान कलेक्टर व कमिश्नर के साथ सुबह 6 बजे व 7 बजे भी बैठकें हुईंI

जमकर किया काम
सीएम ने कहा कि ये वो समय था जब हमने न तो शनिवार देखा न रविवार और न किसी छुट्टी का दिनI रोज काम हुआ और जमकर काम हुआ। कई अवसरों पर मैं किसी अधिकारी पर नाराज भी हुआ, लेकिन उसमें द्वेष भाव नहीं था। आप सभी की मेहनत से प्रदेश की विकास दर 17% से भी अधिक पर पहुंची। मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के बीच बेहतर तालमेल और सामंजस्य से बड़ी से बड़ी मुश्किलों का हल चुटकियों में निकाला गया। देश में सबसे पहले यदि किसी राज्य ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का रोडमैप तैयार किया तो वो मध्यप्रदेश ने किया। सरकार के सभी विभागों के साथ बैठकर इसे विजन का स्वरूप देने का श्रेय मुख्य सचिव के नेतृत्व और टीमवर्क को जाता है।

सीएम शिवराज ने इस दौरान वित्त विभाग और पूरी टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ये 3 साल 9 महीने का ऐसा कठिन समय था जब बीमारी के संकट से उबरने के लिए भी पैसे की आवश्यकता थी। पिछली सरकार द्वारा बंद की गई योजनाओं को फिर से शुरू किया गया। हमने बिजली, सड़क, पानी जैसे कार्यों से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया और पूंजीगत व्यय को लगातार बढ़ाया है, जो कि अब 56 हजार करोड़ के रिकार्ड स्तर तक पहुंच गया है।

लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग – शून्य से शुरू कर छुआ शिखर
सीएम ने कहा कि सरकार की परिसंपत्तियों के प्रभावी प्रबंधन और निवर्तन के लिए देश में पहली बार एक अलग विभाग हमने बनाया। मुझे खुशी है कि 3 साल से भी कम समय में अपनी पारदर्शी प्रक्रियाओं और परिश्रम के चलते हम सरकार की परिसंपत्तियों के निवर्तन के बारे में समय पर और सही निर्णय ले सके। उन्होंने कहा कि हमने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना केवल रेल से नहीं हवाई जहाज से चालू कर दी।

शिक्षा पर रहा विशेष जोर
शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कामों के बारे में बताते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि सीएम राइज स्कूल अपने आप में एक इतिहास बन गया है सरकारी स्कूल अभी एक बना है, बाकी पूरे होने की प्रक्रिया में हैं, इतना भव्य हो सकता है। कोई कल्पना नहीं कर सकता और इसके परिणाम अब दिखने लगे हैं। फिर हमने लैपटॉप फिर से देना प्रारंभ किया। मुख्यमंत्री स्कूटी योजना, अब ये भी अपने आप में अद्भुत थी कि अपने गांव में सबसे ज्यादा नम्बर लाने वाले एक बेटा और एक बेटी को हमने स्कूटियां बांट दीं।
इसके साथ ही सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रतिभा प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना, मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, मुख्यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना, मुख्यमंत्री जल पात्रता योजना, जिसका क्रियान्वयन अभी तक चल रहा है।
किसानों के हितों पर बाते करते हुए सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री कृषक ऋण ब्याज माफी योजना के तहत 2200 करोड़ रुपये का ब्याज माफ कर दिया गया। मेडिकल इंजीनियरिंग पॉलीटेक्निक में पढ़ाई हिंदी में हमने प्रारंभ कर दी। अनुसूचित जाती, जनजाती, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, विमुक्त दुमक्कड़ समुदाय के लिए विभिन्न स्वरोजगार की योजनाएं बनाई।
सीएम ने कहा कि स्व-सहायता समूह को सक्रिय कर आंदोलन बनाया। 17 लाख बहनें हमारी लखपति क्लब में शामिल हो चुकी हैं, मतलब उनकी एक साल की आय 1 लाख रुपये से ज्यादा हो गई है, वो महिला सशक्तिकरण का प्रतीक बन गई हैं।

नीतियों ने बदली प्रदेश की तस्वीर
सीएम ने कहा कि स्वच्छता में भी हम नंबर एक हैं। स्मार्ट सिटी में भी हम नंबर एक हैं। मध्य प्रदेश देश में सिरमौर हैं। उन्होंने कहा कि हमने कई नीतियां बनाईं। हमने नई शासकीय शिक्षा नीति, स्टार्टअप नीति, सहकारिता नीति, युवा नीति, विज्ञान प्रौद्योगिकी, नवाचार नीति और फिल्म नीति बनाई। हम एक के बाद एक कई नीतियां बनाते हुए चले गए। उसके साथ रिवेन्यू कलेक्शन आप देखिए मैं बहुत बधाई दे रहा हूं जो राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य थे उनसे बेहतर उपलब्धि हासिल की।
जनता के रखें पूरा ख्याल
सीएम ने कहा कि कृपया सुनिश्चित करें कि आदर्श आचार संहिता के नाम पर लोगों के कामों को अनावश्यक रूप से लंबित रखने या परेशान करने की स्थिति निर्मित नहीं होनी चाहिए। जो रूटीन के काम हैं या जो फैसले हो चुके हैं और जिनके क्रियान्वयन में आचार संहिता आड़े नहीं आती है, वे सभी काम निर्बाध रूप से गतिमान रहें। सामाजिक सुरक्षा से जुडी और हितग्राहीमूलक योजनाओं में विशेष रूप से इस बात को ध्यान रखा जाए ताकि आम आदमी को सहायता से वंचित नहीं रहना पड़े।

नए मिशन के साथ नई उर्जा के साथ आगे बढ़ें
सीएम शिवराज ने कहा कि हमने 2030 में जिस मध्य प्रदेश की तकदीर और तस्वीर बदलने का जो सपना देखा है, वो आपके साथ और आपके समर्पण के बिना पूरा नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि चाहे अर्थव्यवस्था को 45 लाख करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य हो या फिर 1 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने का, चाहे कृषि उत्पादन बढ़ाकर 10 करोड़ मीट्रिक टन के स्तर तक ले जाना हो या फिर सिंचाई क्षमता 65 लाख लाख हेक्टेयर तक पहुंचाना हो, चाहे मध्यप्रदेश की ऊर्जा क्षमता 38 हजार मेगावाट से भी अधिक करना हो या फिर बहनों की आमदनी को 10 हजार रुपये महीना तक पहुंचाने की बात - मुझे पूरा विश्वास है कि आगे भी टीम मध्यप्रदेश मिलकर इन लक्ष्यों की पूर्ति के लिए इसी तरह दिन-रात काम करेगी।

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