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    घर में बंद कर चला गया था बेटा, मां ने भूख-प्यास से तोड़ दिया दम; गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज

    Updated: Sun, 22 Dec 2024 10:00 PM (IST)

    भोपाल में दो महीने पहले एक वृ्द्धा की मौत उसके घर में हो गई थी। अब इस मामले में पुलिस ने उसके बेटे के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। बताया गया था कि मृतका ललिता दुबे को घर में बंद कर बेटा अरुण पत्नी और बेटे को लेकर उज्जैन चला गया था। खाना और पानी ना मिलने के कारण वृद्धा ने दम तोड़ दिया था।

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    घर में बंद कर चला गया था बेटा, मां ने भूख प्यास से तोड़ दिया दम (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जेएनएन, भोपाल। दो महीने पहले भोपाल से एक ऐसी घटना सामने आई थी, जिसने लोगों को हैरान कर दिया था। यहां पर एक घर में एक वृद्धा की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई थी। अब इस मामले में पुलिस ने मृतका के एक बेटे के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।

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    दरअसल, बीमार मां ललिता दुबे को घर में बंद कर बेटा अरुण पत्नी और बेटे को लेकर उज्जैन चला गया था। दो दिनों तक खाना, पानी और दवा ना मिलने के कारण वृद्धा ने दम तोड़ दिया था।

    कैसे सामने आया था मामला

    जानकारी दे कि घर से दुर्गंध के बाद पड़ोसियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मृतका के शव को बाहर निकाला। सबसे खास है कि पति की मृत्यु के बाद मिलने वाली पेंशन से मां अपने इस बेटे का भरण पोषण करती थी। पूरी घटना 19 अक्तूबर को निशातपुरा थाना क्षेत्र की गोया कालोनी में हुई थी।

    दो महीने बाद मामला दर्ज

    इस घटना की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि अरुण दुबे की लापरवाही की वजह से ही ललिता देवी की मौत हुई है। जांच के आधार पर उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या और भरण-पोषण कानून की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इस मामले में इंस्पेक्टर रामसिंह ठाकुर ने बताया कि 80 वर्षीय ललिता दुबे अपने मकान में छोटे बेटे अरुण के साथ रहती थीं।

    घर के अंदर से बरामद हुआ था शव

    19 अक्तूबर की सुबह ललिता देवी का शव उनके घर का ताला तोड़कर अंदर से बरामद किया गया था। घटना के बाद पूछताछ में पता चला था कि अरूण दो दिन पहले घर पर ताला लगातार पत्नी व ढाई वर्ष के बेटे को लेकर कहीं चला गया था। इस घटना की जानकारी होते ही ललिता देवी का बड़ा बेटा अजय इंदौर से आ गया था।

    उल्लेखनीय है कि मृतका ललिका के पिता श्यामलाल दुबे भोपाल पुलिस में हवलदार थे। उनके तीन बेटों में अरुण सबसे छोटा है। बड़ा बेटा इंदौर में रहता है और मंझले बेटे की एक साल पहले मौत हो गई थी। अरुण मानसिक रूप से कमजोर बताया जा रहा है। वह बेरोजगार भी था। इसी बेटे के साथ मां रहती थीं।

    खाना और पानी भी नहीं मिला

    मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि ललिता देवी वयोवृद्ध होने के साथ ही बीमार भी चल रही थीं। अधिकांश समय वह बिस्तर पर ही रहती थीं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि समय पर दवा और भोजन-पानी नहीं मिलने के कारण उनकी मौत हो गई। हालांकि, पोस्टमार्ट रिपोर्ट में उनकी मौत की वजह हृदय गति रुकना बताई गई है।