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    मोहन सरकार के दो साल... सीएम ने गिनाईं उपलब्धियां, बोले- माओवाद को खत्म किया, रुकावटों का सफाया कर विकास का कारवां ले जाएंगे आगे

    Updated: Fri, 12 Dec 2025 06:21 PM (IST)

    मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्य प्रदेश सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर माओवाद उन्मूलन को बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि सरकार विकास और विश्वास की रुक ...और पढ़ें

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    पत्रकारवार्ता में सरकार की उपलब्धियां बताते हुए सीएम डॉ. मोहन यादव।

    डिजिटल डेस्क, भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार के सफलतम दो वर्ष पूरे हुए हैं। इस दौरान कानून व्यवस्था बड़ी चुनौती रही, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्री गृह अमित शाह ने 35 साल पुरानी माओवाद की चुनौती की समय सीमा तय की। सभी को लगा यह संभव नहीं, हमने इसे स्वीकारा और मध्य प्रदेश से माओवादी हिंसा का सफाया कर दिया।

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    राज्य के कुछ अच्छे पुलिस अधिकारियों ने खुद माओवाद प्रभावित क्षेत्र में ड्यूटी मांगकर की। हमने विकास के काम तो किए ही, लाल आतंक से भी मुक्त हुए। अब विकास व विश्वास की रुकावट का सफाया करेंगे और विकास का कारवां आगे ले जाएंगे। इसके लिए हमने दो साल की समीक्षा की है और आगामी तीन वर्ष के कार्यों का लक्ष्य तय किया है।

    माओवाद के कारणों का करेंगे समूल नाश

    मुख्यमंत्री डा. यादव ने अपनी सरकार के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर शुक्रवार को पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि जिन कारणों से माओवाद फैला था, उस तंत्र को भी समूल नष्ट करेंगे, ताकि दोबारा माओवाद रूपी सांप फन न फैला सके।

    प्रदेश में नशे के कारोबार के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे से समाज को सामूहिक रूप से निपटना पड़ेगा। इसमें समाज की जागृति और सामाजिक संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रयास करेंगे कि आगामी तीन साल में नशे के कारोबार पर नियंत्रण करें। कार्यक्रम में मुख्य सचिव की अनुपस्थिति के सवाल पर उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि मैं जहां बैठा हूं, मुख्य सचिव भी बैठें। उनके लिए वल्लभ भवन है, वह वहां बैठें।

    यह भी पढ़ें- Interview: दो साल पूरे होने पर सीएम मोहन का राउडी अंदाज- 'मैं जो बोलता हूं, उसे पूरा करता ही हूं, चाहे मुझे दायरे क्यों न तोड़ने पड़ें'

    कृषि को समर्पित रहेगा वर्ष 2026

    मुख्यमंत्री डा. यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में वर्ष 2024 बहनों के लिए समर्पित था, यह वर्ष 2025 उद्योग और रोजगार के लिए समर्पित रहा। वर्ष 2026 कृषि समर्पित रहेगा। हमारा प्रयास होगा कि कृषि योजनाओं से युवाओं को रोजगार मिले और गरीबी दूर हो। सिंचाई का रकबा पांच साल में 100 लाख हेक्टेयर ले जाएंगे। नदी परियोजनाएं इसमें सहायक होंगी। कृषि आधारित उद्योगों को जोड़कर प्रत्येक क्राप का दाम सही मिले, इस पर काम करेंगे। प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देंगे। मेडिकल कालेजों में रिक्त पदों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संक्रमण काल है, यह चुनौती तो है लेकिन धीरे-धीरे करके इनकी पूर्ति करेंगे। डाक्टरों की पिछड़े जिलों में पोस्टिंग के लिए अधिक वेतन-भत्ते देकर आकर्षित करेंगे। संकल्प पत्र के अनुरूप प्रयास होगा कि जिला स्तर पर एलोपैथी व आयुष के मेडिकल कालेज हों और मेडिकल टूरिज्म की विकसित हो सके। धार्मिक पर्यटन क्षेत्रों में ओल्डएज होम बनाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं।

    संतों को गोशालाओं से जोड़कर गोवंश कर रहे सुरक्षित

    सड़कों पर गोवंश की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक नगर निगम में गोशाला बनाने का काम किया है। ग्वालियर की गोशाला में नौ हजार गोमाताएं हैं। उज्जैन की गोशाला में तीन हजार गोमाताएं हैं। यहां कांग्रेस के मित्र भी अपना जन्म दिवस मनाने जाते हैं। गोवंश संरक्षण के लिए गोशालाओं से संतों को भी जोड़ा है। आधुनिक मशीनों से गोशालाओं की साफ सफाई की प्रबंधन करते हैं। उन्होंने कहा कि पार्वती कालीसिंध चंबल, केन बेतवा और ताप्ती नदी जोड़ो परियोजनाएं नए युग की शुरुआत हैं। 800 करोड़ की क्षिप्रा योजना से अब क्षिप्रा जल से ही स्नान होगा। गंभीर और खान नदी को जोड़कर परियोजना बनाई है। ऊपर खेती की जाएगी और नदी का टनल बनाकर सिंचाई का कार्य करेंगे।

    इंदौर के प्रभारी मंत्री पर बोले- व्यवस्था के चलते खाली रख लिया

    इंदौर के प्रभारी मंत्री वाले सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संशोधन कर लें, मुख्यमंत्री अपने जिलों का कार्य विभाजन करता है तो एक जिला व्यवस्था के चलते खाली रख लिया। प्रदेश के बाहर पर्यटन स्थलों पर मध्य प्रदेश वासियों के ठहरने की व्यवस्था पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने राज्य में दूसरे राज्यों को जगह देंगे और उनसे भी जगह मांगेंगे ताकि हमारे लोग वहां ठहर सकेंगे। कोशिश होगी कि धार्मिक ट्रस्ट ही यह व्यवस्था करें। सरकार की बड़ी कठिनाई रहती है।