इंदौर में हाइप्रोफाइल महिला कैदी से मोबाइल बरामद, सैनेटरी पैड में छिपा करती थी फोन
इंदौर की जेल में बंद एक हाइप्रोफाइल महिला कैदी पायल सैमुअल (Payal Samuel) के पास मोबाइल मिलने से हड़कंप मच गया है। महिला कैदी ने इसे सैनेटरी पैड में छिपाकर रखा हुआ था। महिला कैदी कंबल में छिपकर काल किया करती थी।

इंदौर, जागरण आनलाइन डेस्क। करोड़ों की ठगी के आरोप में जिला जेल में बंद पायल सैमुअल के पास मोबाइल मिलने से हड़कंप मच गया है। हाई प्रोफाइल कैदी पायल को चार महीने पहले तिहाड़ जेल से इंदौर शिफ्ट किया गया था।
वह जेल से ही वकील और रिश्तेदारों के संपर्क में थी। जेल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय जेल अधीक्षक अलका सोनकर जिला जेल अधिकारियों, महिला गार्डों और महिला बंदियों के बयान ले रही हैं। प्रहरी रुबीना को सस्पेंड कर दिया गया है।
एक मल्टीनेशनल कंपनी और न्यूज चैनल की सीईओ बनकर कारोबारियों को लुभाने में माहिर पायल बीके सैमुअल (भोपाल) पर दिल्ली, मुंबई, भोपाल और इंदौर में 14 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। दिल्ली में दर्ज मामलों में जमानत मिलने के बाद ही 21 मई को कोर्ट ने जिला जेल तबादला कर दिया था।
उसे महिला वार्ड के बैरक नंबर 4 में 14 महिला कैदियों के साथ रखा गया है! 21 अगस्त को जेल अधीक्षक अजमेर सिंह ठाकुर ने दस्ता बनाकर औचक निरीक्षण किया और पायल के कब्जे से एक मोबाइल (स्मार्ट) बरामद किया। जिसमें कॉलिंग और इंटरनेट की सुविधा चालू थी।
हाई प्रोफाइल कैदी से जुड़े मामले को देखते हुए जेल मुख्यालय ने जांच के आदेश दिए और संयोगितागंज थाने में मोबाइल सहित शिकायत कर दी। केंद्रीय जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने भी विभागीय जांच शुरू कर दी है। मंगलवार शाम प्रहरी रुबीना को सस्पेंड कर दिया गया।
सेनेटरी पैड में छिपा कंबल के अंदर से करती थी काल
21 अगस्त को जब जेल स्टाफ बैरक नंबर 4 में पहुंचे तो कैदियों में हड़कंप मच गया। पायल बहाना बनाकर बाथरूम की तरफ जाने लगी। हड़बड़ाहट में फोन उसके हाथ से गिर गया। उस फोन में चैटिंग और कॉलिंग की सुविधा थी। अधीक्षक के मुताबिक इस बैरक में 14 महिलाएं बंद हैं।
महिलाओं ने बारी-बारी से बयान लेने पर कहा कि पायल बीमार रहती है। उसका ज्यादातर समय बैरक में सोने में बीतता था। वह कंबल में छिपकर बात करती थी। पायल के बयानों से पता चला कि धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार उर्वशी भदौरिया ने डेढ़ महीने पहले भाई शुभम भदौरिया से फोन मांगा था।
यह मोबाइल महिला प्रहरी रुबीना के जरिए आई थी। रुबीना ने बताया कि सहायक अधीक्षक श्वेता मीणा को भी मोबाइल की जानकारी थी।
कॉल डिटेल और चैटिंग की होगी जांच
मोबाइल में पैटर्न लाक था। जेल अधिकारियों ने जांच के लिए इसे खुलवाया लेकिन पायल ने पासवर्ड बताने से इनकार कर दिया। वह बार-बार बयान भी बदल रही हैं। उर्वशी और पायल एक दूसरे पर आरोप लगा रही हैं। कुछ अन्य कैदियों पर भी फोन के इस्तेमाल का भी अंदेशा है।
जेल प्रशासन ने आवेदन के साथ मोबाइल को संयोगितागंज पुलिस को सौंप दिया है। जांच के लिए साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है। कॉल डिटेल और व्हाट्सएप चैटिंग की जांच की जा रही है और पता लगाया जा रहा है। ये महिलाएं किनके संपर्क में थीं।
जेल से जुड़ी बातों के लीक होने की भी जांच चल रही है। पायल आइआइटी की छात्रा रही है, वह इंटरनेट कॉलिंग का भी उपयोग करती थी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।