Move to Jagran APP

MP में मंदिर-मस्जिदों पर लगे लाउड स्‍पीकर हटाए गए, MLA आरिफ मसूद भड़के; CM मोहन यादव को लिखा पत्र

मध्‍य प्रदेश में कई स्‍थानों पर शनिवार को धार्मिक स्‍थलों से लाउडस्पीकर हटाए गए। राजधानी भोपाल में भी अलग-अलग थाना क्षेत्रों में धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का अभियान चला। पुलिस ने धर्मगुरुओं के साथ बैठक की और उनकी सहमति और सहयोग से काम पूर्ण किया। सीएम मोहन यादव ने अधि‍कारियों को सख्‍त लहजे में धार्मिक स्थलों पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों के अनियंत्रित उपयोग पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे।

By Jagran News Edited By: Prateek Jain Sun, 26 May 2024 11:24 AM (IST)
MP में मंदिर-मस्जिदों पर लगे लाउड स्‍पीकर हटाए गए, MLA आरिफ मसूद भड़के; CM मोहन यादव को लिखा पत्र
धार्मिक स्‍थलों से लाउड स्‍पीकर हटाते हुए पुलिस-प्रशासन।

जेएनन, भोपाल। मध्‍य प्रदेश में कई स्‍थानों पर शनिवार को धार्मिक स्‍थलों से लाउडस्पीकर हटाए गए। राजधानी भोपाल में भी अलग-अलग थाना क्षेत्रों में धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का अभियान चला। पुलिस ने धर्मगुरुओं के साथ बैठक की और उनकी सहमति और सहयोग से काम पूर्ण किया।

दरअसल, कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में सीएम मोहन यादव ने अधि‍कारियों को सख्‍त लहजे में धार्मिक स्थलों पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों के अनियंत्रित उपयोग पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे, जिसके के बाद यह एक्‍शन हुआ।

सीएम ने दिए हैं कठोर कार्रवाई के निर्देश

जानकारी के मुताबिक, शनिवार को नगरीय पुलिस के चारों जोन के 30 धार्मिक स्थलों से 96 लाउडस्पीकर हटाने की कार्रवाई की गई। पुलिस ने कहा कि अनुमति प्राप्त स्थलों में सीमित आवाज के लाउड स्पीकर के अलावा अतिरिक्त लगे लाउडस्पीकर हटाने की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

गौरतलब है कि सीएम ने खुले में मांस बिक्री, डीजे साउंड, जुआ-सट्टा, प्रॉपर्टी से जुड़े अपराध, धोखाधड़ी, साइबर क्राइम और महिला अपराध के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

कांग्रेस विधायक बोले- पुलिस बलपूर्वक कार्रवाई कर रही

उधर, भोपाल (मध्य) विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस एमएलए आरिफ मसूद ने सीएम डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है। मसूद का कहना है कि पुलिस ग्रामीण अंचलों में धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकरों को बलपूर्वक हटा रही है।

उन्‍होंने लिखा कि फरवरी-2024 विधानसभा सत्र में उनके द्वारा ध्वनि विस्तारक यंत्रों के नियम विरुद्ध प्रयोग का मामला उठाया गया था। तब सदन को बताया गया था कि प्रशासन द्वारा समस्त संबंधित धर्मगुरुओं से संवाद व समन्वय के आधार पर लाउड स्पीकरों को हटवाए जाने के लिए प्रेरित किया गया है।

स्वप्रेरणा से भी कई स्‍थानों पर लाउडस्पीकरों को उतारा गया है। निर्धारित ध्वनि सीमा (डेसीबल) का उल्लंघन करने वाले समस्त ध्वनि विस्तारक यंत्रों के संबंध में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है, लेकिन पुलिस की ओर लगातार गृह विभाग के आदेश का हवाला देकर लाउडस्पीकर पर पूर्ण प्रतिबंध है, इस तरह का भ्रम फैलाया जा रहा है। इसे रोका जाए, जिससे लोगों में भ्रम की स्थिति न हो।